Handkerchief VS Tissue: त्‍वचा के ल‍िए रूमाल बेहतर है या ट‍िशू पेपर? एक्‍सपर्ट से जानें | handkerchief vs tissue paper which is better for skin in hindi


Handkerchief VS Tissue Paper: आपको स्‍कूल का वो समय याद होगा, जब मम्‍मी-पापा हमारी स्‍कूल यूनिफॉर्म के पॉकेट पर रूमाल को सेफ्टी प‍िन से लगाकर रखते थे। बचपन से ही रूमाल को साथ रखने की आदत है। एक रूमाल हमेशा पॉकेट में होता ही है। फ‍िर जमाना बदला और रूमाल के साथ-साथ टेिशू पेपर का चलन बढ़ गया। ट‍िशू पेपर को एक इस्‍तेमाल के बाद फेंक द‍िया जाता है। इससे इंफेक्‍शन का खतरा घटता है इसल‍िए इसे ज्‍यादा असरदार माना जाने लगा। कुछ लोगों को आज भी रूमाल साथ रखना ज्‍यादा पसंद है। मैं भी उनमें से एक हूं ज‍िसे ट‍िशू पेपर से ज्‍यादा रूमाल पर भरोसा है। लेक‍िन हमारी स्‍क‍िन के ल‍िए रूमाल बेहतर है या ट‍िशू पेपर, इसका जवाब केवल एक्‍सपर्ट के पास है। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉज‍िस्‍ट डॉ देवेश मिश्रा (Dr. Devesh Mishra) से बात की।   

रूमाल और ट‍िशू पेपर में क्‍या अंतर होता है?- Difference Between Handkerchief and Tissue Paper 

बाजार में अलग-अलग क्‍वॉल‍िटी में रूमाल और ट‍िशू पेपर दोनों ही मौजूद हैं। लोग अपनी पसंद के मुताब‍िक दोनों में से क‍िसी एक का या फ‍िर दोनों का चयन कर सकते हैं। रूमाल को बार-बार धोकर इस्‍तेमाल क‍िया जा सकता है इसल‍िए यह पर्यावरण के ल‍िए बेहतर है। रूमाल ज्‍यादा कोमल होता है और इसल‍िए यह संवेदनशील त्‍वचा के ल‍िए बेस्‍ट है। रूमाल मजबूत होते हैं और लंबे समय तक इनका इस्‍तेमाल क‍िया जा सकता है। कपड़े के रूमाल में नमी को अधिक मात्रा में सोखने की क्षमता होती है। वहीं दूसरी तरह ट‍िशू पेपर को एक इस्‍तेमाल के बाद फेंका जा सकता है इसल‍िए इससे संक्रमण का खतरा कम होता है। ट‍िशू पेपर हल्‍के होते हैं और इन्‍हें कहीं भी लेकर जाना सुव‍िधाजनक होता है। ट‍िशू पेपर को तुरंत इस्‍तेमाल करके फेंक सकते हैं इसल‍िए यह सफाई का एक इंस्‍टेंट तरीका है।

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त्‍वचा के ल‍िए रूमाल बेहतर है या ट‍िशू पेपर?- Handkerchief VS Tissue Paper Which is Better For Skin

डॉ देवेश के मुताब‍िक, त्‍वचा को इंफेक्‍शन से बचाना जरूरी है, इसल‍िए रूमाल का इस्‍तेमाल करने के बजाय, अच्‍छी क्‍वॉल‍िटी वाले ट‍िशू पेपर का इस्‍तेमाल करें। ट‍िशू पेपर में खुशबू और रंग की म‍िलावट नहीं होनी चाह‍िए। रूमाल को अगर बार-बार धोया न जाए, तो इससे स्‍क‍िन पर बैक्‍टीर‍ियल और फंगल इंफेक्‍शन होने का खतरा बढ़ जाता है। टिशू पेपर की गुणवत्ता पर निर्भर करते हुए, यह त्वचा पर कठोर हो सकता है और बार-बार इसे इस्‍तेमाल करने से त्वचा में जलन हो सकती है। टिशू पेपर में नमी को सोखने की क्षमता सीमित होती है इसल‍िए इसका इस्‍तेमाल हर वक्‍त नहीं क‍िया जा सकता। अगर आप लंबे समय तक बाहर रहने वाले हैं और पसीना पोंछने की जरूरत है, तो रूमाल का प्रयोग बेहतर है। अगर आपको एक बार में सफाई चाह‍िए और इंफेक्‍शन से बचना है, तो ट‍िशू पेपर का इस्‍तेमाल करना बेहतर व‍िकल्‍प है। अगर आपकी त्‍वचा संवेदनशील है, तो कॉटन फैब्र‍िक से बने रूमाल का इस्‍तेमाल करें या अच्‍छी क्‍वॉल‍िटी वाले एल्‍कोहल-फ्री ट‍िशू पेपर का इस्‍तेमाल करें।

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