Google का नया अपग्रेडेड Gemini AI मॉडल अब पहले से बेहतर हो गया है। AI मॉडल के साथ अब सर्च भी बेहतर हो गया है और साथ ही गूगल ने इसे अपने नेटिव ऐप सूट में शामिल किया है। गूगल का कहना है कि नया Gemini AI अब Google Photos में तस्वीरों को ढूंढ़ना और आसान बना देगा। यूजर्स अब गूगल फोटोज ऐप में तस्वीरों को उस समय की स्थितियों के आधार पर सर्च कर सकते हैं। इस फीचर का नाम “Ask Photos” रखा गया है। इस स्मार्ट सर्च फीचर के जरिए यूजर कीवर्ड का इस्तेमाल करने के बजाय पूरा प्रश्न पूछ सकते हैं, जैसे “मेरा लाइसेंस प्लेट नंबर क्या है” इसके बाद यह सही कार ढूंढने के लिए लोकेशन और पिछली तस्वीरों को टटोलेगा। यह डीपर मैमोरी भी ढूंढ सकता है, जैसे समय के साथ बच्चे की तैराकी की प्रोग्रेस दिखाना।
Google ने Gemini के साथ Workspace को भी बेहतर बनाने की कोशिश की है। Gemini 1.5 Pro के साथ यूजर Gmail में केवल एक सर्च के साथ उससे संबंधित कई जानकारियां हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा, Gemini ने Google Meet को भी स्मार्ट बना दिया है। यदि आप गूगल मीट पर घंटों लंबी मीटिंग अटेंड नहीं कर पा रहे हैं, तो आप बाद में Gemini से उस मीटिंग की हाइलाइट्स पूछ सकते हैं।
Google Gemini की पावर Google Search में भी शामिल की गई है। ‘AI Overviews’ आपको AI सर्च पेज के टॉप पर सर्च रिजल्ट की सारांश दिखाता है। इसका उद्देश्य यूजर्स को जटिल प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर देना है, जिससे आपका कई वेबसाइटों को खंगालने में लगने वाला समय बच सकता है। इस फीचर को इस हफ्ते अमेरिका में सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है।
Google के CEO सुंदर पिचाई ने घोषणा की कि Gemini 1.5 Pro में 2 मिलियन टोकन कॉन्टेक्स्ट विंडो (एक एआई मॉडल समझ सकने वाली जानकारी की मात्रा) होगी, जो वर्तमान में पढ़े जाने वाले 1 मिलियन टोकन से दोगुना है। इससे Gemini के साथ बहुत लंबी बातचीत करना संभव हो जाएगा, जैसे एक पूरी किताब के ऊपर Gemini के साथ चर्चा करना। इससे Gemini यूजर्स के प्रश्नों का उत्तर देने से पहले बहुत अधिक जानकारी याद रख सकता है।
Google IO के दौरान AlphaFold 3 के बारे में भी बताया गया, जो एक बिल्कुल नया AI टूल है, जिसे Google Deepmind और Isomorphic Labs द्वारा लॉन्च किया गया था। पिछले वर्जन में उपलब्ध केवल प्रोटीन की तुलना में नया वर्जन वैज्ञानिकों के पूछने जाने पर जेनेरिक AI क्षमताओं का उपयोग करके DNA और RNA के मॉलिक्यूल कैसे दिखेंगे, यह भी बत सकता है। इसका उद्देश्य दवाओं की खोज को आसान और तेज बनाना है।