ECOS Mobility IPO Listing Update | NSE BSE Share Price | ECOS मोबिलिटी का शेयर 16.77% ऊपर ₹391 पर लिस्ट: इसका इश्यू प्राइस ₹334 रुपए था, एम्प्लॉई ट्रांसपोर्ट सर्विस प्रोवाइड कराने का काम करती है कंपनी


मुंबई18 मिनट पहले

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ECOS मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड का शेयर 16.77% के प्रीमियम के साथ बाजार में लिस्ट हुआ। NSE पर इसका शेयर 390 रुपए पर में लिस्ट हुआ। वहीं BSE पर ये 391.3 रुपए पर लिस्ट हुआ। इसका इश्यू प्राइस 334 रुपए था। इसका IPO 28 से 30 अगस्त तक खुला था।

इस इश्यू के जरिए कंपनी ने जुटाए 601.20 करोड़ रुपए
ECOS मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी ने इश्यू के जरिए टोटल 601.20 करोड़ रुपए जुटाए हैं। इसके लिए कंपनी के मौजूदा निवेशक पूरे ₹601.20 करोड़ के 18,000,000 शेयर ऑफर फॉर सेल के जरिए बेचे हैं। इस IPO के लिए एक भी फ्रेश शेयर इश्यू जारी नहीं किए गए थे।

इश्यू का 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए था रिजर्व
कंपनी ने इश्यू का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा है। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है।

ग्रे मार्केट में ECOS मोबिलिटी का प्रीमियम 45.81%
लिस्टिंग से पहले कंपनी का शेयर ग्रे मार्केट में 45.81% यानी ₹153 प्रति शेयर के प्रीमियम पर पहुंच गया है। ऐसे में अपर प्राइस बैंड ₹334 के हिसाब से इसकी लिस्टिंग ₹487 पर हो सकती है। हालांकि, इससे केवल अनुमान लगाया जा सकता है, शेयर की लिस्टिंग की प्राइस ग्रे मार्केट की प्राइस से अलग होती है।

एम्प्लॉई ट्रांसपोर्ट सर्विस प्रोवाइड कराने का काम करती है कंपनी
ECOS मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड कॉर्पोरेट कस्टमर्स को रेंट पर कार देने और एम्प्लॉई ट्रांसपोर्ट सर्विस प्रोवाइड कराने का काम करती है। 25 साल से ज्यादा के एक्सपीरियंस के साथ कंपनी देश के 100 से ज्यादा शहरों में काम करती है।

IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।

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