हायरिंग में अव्वल रहीं दिल्ली-एनसीआर की यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स, मुंबई में कम हुई स्टाफ की संख्या – delhi ncr unicorns hired more employees than bengaluru and mumbai in 12 months



दिल्ली-एनसीआर की यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स ने अगस्त 2023 से अगस्त 2024 के दौरान बाकी स्टार्टअप सेंटर्स के मुकाबले ज्यादा भर्तियां कीं। प्राइवेट मार्केट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म प्राइवेटसर्किल (PrivateCircle) की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली की फर्मों मसलन पॉलिसीबाजार, ब्लिनकिट और जोमैटो ने नेशनल कैपिटल रीजन (NCR) में यूनिकॉर्न स्टार्टअप से जुड़ी भर्तियों की अगुवाई की। यूनिकॉर्न उन स्टार्टअप्स को कहते हैं, जिनकी वैल्यूएशन 1 अरब डॉलर से भी ज्यादा है।

रिपोर्ट के मुताबिक, एनसीआर की यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स ने अगस्त 2023 से अगस्त 2024 के दौरान 18,554 एंप्लॉयीज की भर्ती की, जो बेंगलुरु के इस आंकड़े के मुकाबले काफी ज्यादा है। बेंगलुरु की यूनिकॉर्न ने संबधित अवधि में 2,384 स्टाफ की भर्ती की। एक और स्टार्टअप हब मुंबई में एंप्लॉयीज की हायरिंग में 7,024 एंप्लॉयीज की गिरावट देखने को मिली, जो तकरीबन पुणे और हैदराबाद के बराबर है।

कुल मिलाकर, NCR की यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स ने संबंधित अवधि में सबसे ज्यादा एंप्लॉयीज जोड़े और इसके बाद चेन्नई और बेंगलुरु की यूनिकॉर्न का नंबर रहा। मुंबई, पुणे, हैदराबाद की यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स में एंप्लॉयीज की संख्या में गिरावट देखने को मिली। इसकी एक वजह यह भी हो सकती है कि जेप्टो (Zepto) जैसी बड़ी कंपनियों ने अपना हेडक्वॉर्टर मुंबई से हटाकर बेंगलुरु कर लिया है।

बहरहाल, प्राइवेटसर्किल की रिपोर्ट में तीनों रीजन में कुल एंप्लॉयीज की संख्या के बारे में जानकारी नहीं दी है। इसका मतलब यह हो सकता है कि संबंधित अवधि में ज्यादा स्टाफ की भर्ती करने के बावजूद दिल्ली में स्टाफ की संख्या बेंगलुरु के मुकाबले कम हो। भारत में कुल 117 यूनिकॉर्न हैं, जिनमें से बेंगलुरु में 42, दिल्ली-एनसीआर बेल्ट में 26, मुंबई (पुणे और ठाणे) में 25 ऐसी कंपनियां मौजूद हैं। इसका मतलब यह है कि बेंगलुरु में एंप्लॉयीज की संख्या बाकी ठिकानों के मुकाबले ज्यादा है।



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