Crypto Market Seeing Volatility, Bitcoin Hits USD 70,000 then decline


मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी  Bitcoin में सोमवार को 0.03 प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी थी। इसका प्राइस 66,570 डॉलर पर था। हालांकि, इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंजों पर इसका प्राइस 70,000 डॉलर तक गया था और बाद में लगभग 69,427 डॉलर पर आ गया। 

Ether में लगभग एक प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस लगभग 3,273 डॉलर पर था। Tether, Solana, Ripple, Cardano, Polkadot, Chainlink, Polygon और Litecoin के प्राइस में गिरावट थी। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 0.06 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.59 लाख करोड़ डॉलर का था। 

क्रिप्टो एक्सचेंज Mudrex के CEO, Edul Patel ने Gadgets360 को बताया, “पिछले एक वर्ष में बिटकॉइन में 147 प्रतिशत की तेजी रही है। अगर यह मौजूदा लेवल से आगे निकलता है तो तेजड़ियों के लिए अच्छा संकेत होगा। पिछले कुछ दिनों से बिटकॉइन एक रेंज में ट्रेड कर रहा है। इसमें जोरदार तेजी के लिए पर्याप्त ताकत नहीं है।” क्रिप्टो ऐप CoinSwitch के इनवेस्टमेंट्स लीड, Parth Chaturvedi ने कहा, “BlackRock के Goldman Sachs, Citigroup, UBS और Citadel Securities को iShares Bitcoin Trust के ऑथराइज्ड पार्टिसिपेंट्स के तौर पर जोड़ने से वीकेंड पर बिटकॉइन के प्राइस में काफी वोलैटिलिटी थी। अमेरिका में लेबर मार्केट में मजबूती दिख रही है और सरकार ने पिछले महीने लगभग 3,03,000 जॉब्स के जुड़ने की रिपोर्ट दी है। इससे इकोनॉमी के तेज रफ्तार से बढ़ने का संकेत मिल रहा है।” 

भारत में क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर केंद्र सरकार का सख्त रवैया बरकरार है। पिछले महीने वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा था कि देश में क्रिप्टोकरेंसीज को ‘करेंसी’ के तौर पर माना या देखा नहीं जाता। क्रिप्टो मार्केट में आई तेजी के बाद इस सेक्टर को लेकर सरकार के रवैये में बदलाव के प्रश्न पर, सीतारमण का कहना था, “सरकार का हमेशा से यह मानना रहा है कि क्रिप्टो को लेकर बनाए गए एसेट्स का ट्रेडिंग और कई अन्य चीजों के लिए एसेट्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। हमने इन्हें रेगुलेट नहीं किया है। ये करेंसीज नहीं हो सकते और यह केंद्र सरकार की पोजिशन है।” अमेरिका में बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई थी। इससे पहले कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI ने कहा था कि ट्रांजैक्शंस में आसानी की वजह से स्टॉक मार्केट से बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स का रुख क्रिप्टो सेगमेंट की ओर हो सकता है। 



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