जानेमाने खगोल वैज्ञानिक और सैटेलाइट ट्रैकर जोनाथन मैकडॉवेल का दावा है कि स्पेस मलबे का वह टुकड़ा चीन के शेनझोउ 15 स्पेसक्राफ्ट (Shenzhou 15 spacecraft) का ऑर्बिटल मॉड्यूल था। उस स्पेसक्राफ्ट पर सवार होकर नवंबर 2022 में 3 अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में पहुंचाया गया था।
This was the reentry of the Shenzhou 15 orbital module,
over S California circa 0140 PDT Apr 2— Jonathan McDowell (@planet4589) April 2, 2024
रिपोर्ट के अनुसार, शेनझोउ ऑर्बिटल मॉड्यूल का वजन लगभग 3,300 पाउंड (1500 किलोग्राम) है। इसकी वजह से अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में एक्स्ट्रा जगह मिलती है, जिससे वह अपने साइंस एक्सपेरिमेंट्स को पूरा कर पाएं। हालांकि इस मॉड्यूल को धरती पर वापस आने के लिए डिजाइन नहीं किया गया है। यही वजह है कि एक समय के बाद मॉड्यूल पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर गया और जल उठा।
जिन लोगों ने अंतरिक्ष कबाड़ को देखा, उन्होंने पहले उसे स्पेसएक्स (SpaceX) के मिशन का हिस्सा समझा। घटना से करीब 6 घंटे पहले कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से स्पेसएक्स ने 22 स्टारलिंक इंटरनेट सैटेलाइट्स को लॉन्च किया था। बाद में दावा किया गया कि अंतरिक्ष कबाड़ का वह टुकड़ा ‘शेनझोउ 15′ का ऑर्बिटल मॉड्यूल था, जो अचानक पृथ्वी के वायुमंडल में एंट्री करते हुए दुघर्टनाग्रस्त हो गया।
इस स्पेस जंक को लेकर अभी तक चीन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अंतरिक्ष कबाड़ को लेकर अमेरिका, चीन की आलोचना करता रहा है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी आरोप लगाती है कि चीन अपने स्पेस मिशनों को लेकर गंभीर नहीं है, क्योंकि वह स्पेस जंक के निपटारे की योजना नहीं बनाता।