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नवजात शिशुओं को लेकर अक्सर माता-पिता को शुरुआत में कई तरह की कठिनाईयों से गुजरना पड़ता है। शिशु बेहद नाजुक होते हैं, जिसके चलते वे समस्याओं का शिकार हो जाते हैं। कई बार पैदा होने के बाद बच्चों की नाभि में से खून या फिर अन्य तरल पदार्थ का स्त्राव होता है। कई बार यह लिक्विड निकलता है और धीरे-धीरे खुद ही सूख जाता है। शिशुओं में यह समस्या देखकर घबराएं नहीं, बल्कि समस्या बढ़ने पर आपको चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। चलिए डॉ. सईद मुजाहिद हुसैन से जानते हैं इसके बारे में।
क्यों निकलता है तरल पदार्थ?
डॉ. हाईफाइव के मुताबिक नवजात शिशु की नाभि से तरल पदार्थ निकलना कोई समस्या या बीमारी नहीं, है बल्कि यह बच्चों में होने वाली एक सामान्य प्रक्रिया है। इसलिए इसे देखकर घबराएं नहीं। अगर आपके शिशु की नाभि से पस या ब्लीडिंग नहीं हो रही है तो ऐसे में आपको चिकित्सक के पास भी जाने की कोई जरूरत नहीं है। समय के साथ-साथ यह प्रक्रिया खुद ब खुद ठीक हो जाती है। डॉक्टर के मुताबिक यह डिसचार्ज 80 से 90 प्रतिशत शिशुओं में देखी जाती है।
शिशुओं में आम होती है प्रक्रिया
डॉक्टर के मुताबिक बच्चों में अमलिकल कॉर्ड यानि गर्भनाल का डिसचार्ज होता है। आमतौर पर यह 2 से 3 हफ्तों में अपने आप सूख जाता है या फिर धीरे-धीरे बंद हो जाता है। यह तरल पदार्थ कुछ शिशुओं में एक महीने तक निकल सकता है। अगर आपके शिशु को भी ऐसी समस्या हो रही है तो यह बेहद आम प्रक्रिया है।
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कैसे पाएं राहत?
- शिशु में यह डिसचार्ज होने पर आप इसे घर पर भी ठीक कर सकते हैं।
- इसके लिए आप किसी ऑइंटमेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- यही नहीं, अगर यह समस्या ठीक नहीं हो रही है तो ऐसे में आप प्रभावित हिस्से पर सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- ऐसा करने से फ्लूड या तरल पदार्थ का स्त्राव कम हो जाता है।
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।
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