Byju’s Crisis: वित्तीय संकट से जूझ रहे एडटेक स्टार्टअप Byju’s ने अपने 292 ट्यूशन सेंटर्स में से 30 को बंद कर दिया है। Byju’s की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न (Think and Learn Private Ltd.) ने एक बयान में कहा कि Byju’s ने खर्च कम करने के उपायों के तहत इन ट्यूशन सेंटर को बंद करने का फैसला किया है। कंपनी ने अपने संचालन के तीसरे वर्ष में अधिकांश सेंटर्स को मुनाफे में लाने का लक्ष्य रखा है। स्टार्टअप अपने बेंगलुरु स्थित हेडक्वार्टर को छोड़कर अन्य सभी ऑफिसेज को क्लोज कर चुका है और कर्मचारियों को अनिश्चितकाल के लिए घर से काम करने को कहा गया है।
Byju’s ने एक बयान में कहा कि उसे अपने शिक्षकों के समर्पण और अपने छात्रों के प्रदर्शन पर बेहद गर्व है। क्वालिटी पर ध्यान देने से इसके अधिकांश सेंटर्स को तीसरे साल में मुनाफे में लाने में मदद मिल रही है। कंपनी ने कहा कि उसके 262 ट्यूशन सेंटर पहले की तरह हाइब्रिड मॉडल पर काम करते रहेंगे। इनमें आने वाले वर्षों में बेस्ट और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी को इंटीग्रेट किया जाएगा। Byju’s के ट्यूशन सेंटर (BTC) फुल कैपेसिटी ऑपरेशंस और असाधारण एकेडमिक रिजल्ट्स के साथ अपने तीसरे सफल वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। कंपनी BTC के परिसरों का इस्तेमाल सेल्स ऑफिसेज के रूप में भी कर रही है।
28 मार्च तक लागू नहीं होंगे EGM के फैसले
Byju’s और इनवेस्टर्स के बीच चल रहे विवाद में कर्नाटक हाईकोर्ट से फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) को एक बार फिर राहत मिली है। कोर्ट ने 13 मार्च को अपने उस अंतरिम आदेश को 28 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया, जिसमें Byju’s के शेयरधारकों की 23 फरवरी की असाधारण आम बैठक (EGM) के दौरान पारित होने वाले किसी भी प्रस्ताव को प्रभावी नहीं करने के लिए कहा गया था। 23 फरवरी की मीटिंग में Byju’s की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के प्रोसस, जनरल अटलांटिक और पीक XV जैसे कई बड़े निवेशकों ने एडटेक स्टार्टअप के फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन और उनके परिवार को बोर्ड से हटाने के पक्ष में मतदान किया था।