वायरस हमारी सेहत के लिए कितने खतरनाक होते हैं, यह बात कोरोना काल में हम सभी जान चुके हैं। कोरोना वायरस के कारण भारत समेत दुनियाभर में करोड़ों लोगों की मौत हो गई थी। पिछले कुछ सालों में कोरोना का खतरा बेशक कम हुआ है, लेकिन कई अन्य प्रकार के वायरस का खतरा बढ़ गया है। बुनिया वायरस इंफेक्शन इन्हीं वायरस में से एक है। इस वायरस से संक्रमित होने पर व्यक्ति का इलाज सही समय पर न किया जाए, तो यह कई परेशानियों का कारण बन सकता है।
आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं बुनिया वायरस (What is Bunya virus) क्या है, इस वायरस से संक्रमित होने पर व्यक्ति में क्या लक्षण नजर आ सकते हैं, इसके बारे में। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसलटेंट डॉ. राकेश गुप्ता (Dr Rakesh Gupta, Senior Consultant , Internal Medicine , Indraprastha Apollo Hospitals) से बात की।
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बुनिया वायरस क्या है?- What is Bunya virus?
डॉ. राकेश गुप्ता के अनुसार बुनिया वायरस संक्रमण बुनिया विरिडे परिवार से संबंधित वायरस के एक विविध समूह के कारण होता है, जो मुख्य रूप से मच्छरों और ट्रिक्स जैसे आर्थ्रोपोडा वैक्टर के माध्यम से फैलता है। ये वायरस कई तरह की बीमारियों के लिए जिम्मेदार हैं, जिनमें रक्तस्रावी बुखार, एन्सेफलाइटिस और ज्वर संबंधी बीमारियां शामिल हैं। बुनिया वायरस से होने वाली बीमारियां हल्की से लेकर गंभीर तक हो सकती हैं। इसके साथ ही कुछ गंभीर मामलों में बुनिया वायरस से संक्रमित व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।
बुनिया वायरस का संक्रमण कैसे फैलता है?- How does Bunya virus Infection spread?
बुनिया वायरस का प्रसार कई प्रकार से हो सकता है, लेकिन सामान्यतः यह संक्रमित मच्छरों, टिक, और अन्य कीटों के काटने से फैलता है। इसके अलावा, संक्रमित पशुओं के रक्त या शरीर के अन्य तरल पदार्थों के संपर्क में आने से भी बुनिया वायरस फैल सकता है। कुछ प्रकार के बुनिया वायरस एयरबोर्न (हवा के जरिए) भी फैल सकते हैं, जैसे कि हंता वायरस, जो चूहों के मल-मूत्र के संपर्क में आने से मनुष्यों में फैलता है।
बुनिया वायरस के लक्षण- Symptoms of Bunya Virus
बुनिया वायरस से संक्रमित व्यक्ति में लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। लक्षणों की गंभीरता इस बात पर निर्भर करती है कि व्यक्ति किस प्रकार के बुनिया वायरस से संक्रमित हुआ है।
- बुखार
- सिरदर्द और बदन दर्द
- थकान
- रक्तस्राव
- चक्कर आना और उल्टी
- पेट दर्द और दस्त
अगर आपको यह लक्षण नजर आते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करके इलाज करवाएं।
बुनिया वायरस का इलाज क्या है?- What is the treatment for Bunya virus?
डॉ. राकेश गुप्ता का कहना है कि बुनिया वायरस का इलाज किसी अन्य वायरस के एंटीवायरल दवाओं के जरिए नहीं हो सकता है। इस वायरस का इलाज संक्रमण के लक्षण, मरीज के इम्यून सिस्टम और उसकी स्थिति क्या है, इस पर निर्भर करता है। आइए जानते हैं इसके बारे मेंः
1. दवाओं का इस्तेमाल : बुखार, दर्द और सूजन को कम करने के लिए दवाइयों का उपयोग किया जाता है।
2. इलेक्ट्रोलाइट्स देना : डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) को रोकने के लिए रोगी को प्राप्त तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट्स दिया जा सकता है।
3. अस्पताल में भर्ती : अगर संक्रमण गंभीर है, तो रोगी को अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है और आवश्यकतानुसार आईसीयू में रखा जा सकता है।
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