Simpl Layoffs: बाय नाउ पे लेटर (BNPL) स्टार्टअप सिंपल ने छंटनी का एक और दौर शुरू किया है। कहा जा रहा है कि इससे विभिन्न विभागों में मिड-सीनियर मैनेजमेंट सहित लगभग 50 कर्मचारी प्रभावित होंगे। मनीकंट्रोल को लिखित जवाब में सिंपल ने छंटनी के बारे में जानकारी की पुष्टि की, लेकिन स्पष्ट किया कि 50 लोग नहीं बल्कि 30 कर्मचारी निकाले जा रहे हैं। मामले से परिचित एक व्यक्ति ने कहा कि फाउंडर ने 6 जून को एक कॉल के दौरान डिपार्टमेंट हेड्स को निर्णय के बारे में सूचित किया और छंटनी की प्रोसेस शुरू भी हो गई।
चल रही छंटनी, प्रॉफिटेबिलिटी की दिशा में काम करने के लिए स्टार्टअप के कॉस्ट-कटिंग उपायों का हिस्सा है। जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जाएगा, उन्हें दो महीने की नोटिस अवधि के लिए एक निश्चित वेतन और सेवा के प्रत्येक वर्ष के लिए 15 दिनों के वेतन के बराबर अतिरिक्त कंपंजेशन मिलेगा।
मई में भी की थी छंटनी
एक महीने से भी कम वक्त पहले फिनटेक फर्म सिंपल ने लगभग 160 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था। उस वक्त मुख्य रूप से इंजीनियरिंग और प्रोडक्ट जैसे हाई-पेड रोल्स वाले कर्मचारियों की छंटनी हुई थी। सिंपल में मासिक नकदी की खपत हाई बनी हुई है, जबकि नए यूजर्स का जुड़ना कम हो गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, “तकनीकी रूप से यह छंटनी का तीसरा दौर है, क्योंकि परफॉरमेंस रिव्यू के बाद मार्च के अंत और अप्रैल की शुरुआत में कर्मचारियों के एक समूह को पहले ही निकाल दिया गया था। इसके बाद मई में 160 से अधिक कर्मचारियों को निकाला गया।”
इस बीच, 4 वाइस प्रेसिडेंट अश्विनी रवींद्रनाथ, वत्सल जैन, रामकुमार नारायणन और अनूप सौरभ ने इस्तीफा दे दिया है। लेकिन कंपनी ने मनीकंट्रोल को सीनियर मैनेजमेंट में बदलावों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
FY23 में क्या रही वित्तीय स्थिति
वित्त वर्ष 2023 में सिंपल का शुद्ध घाटा 147 प्रतिशत बढ़कर 356.6 करोड़ रुपये हो गया। ऑपरेटिंग रेवेन्यू 176 प्रतिशत बढ़कर 87.3 करोड़ रुपये हो गया। 2016 में स्थापित सिंपल के प्लेटफॉर्म पर जोमैटो, मेकमायट्रिप, बिग बास्केट, 1MG और क्रॉक्स सहित लगभग 26,000 मर्चेंट हैं।