दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में लगभग 5.41 प्रतिशत का प्रॉफिट था। इसका प्राइस 4,043 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में Ether में लगभग 203 डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा Tether, Solana, Ripple, USD Coin, Cardano, Polkadot, Tron और Litecoin के प्राइसेज बढ़े हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 4.28 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.71 लाख करोड़ डॉलर के साथ इस वर्ष के उच्च स्तर पर था।
क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के वाइस प्रेसिडेंट, Rajagopal Menon ने Gadgets360 को बताया, “इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की बिटकॉइन में दिलचस्पी बढ़ना इसमें तेजी का प्रमुख कारण है। उदाहरण के लिए, लंदन स्टॉक एक्सचेंज ने घोषणा की है कि वह इस वर्ष बिटकॉइन और Ethereum एक्सचेंज ट्रेडेड नोट्स (ETN) को स्वीकार करेगा। इससे बिटकॉइन ETF की डिमांड बढ़ने का संकेत मिल रहा है। इससे क्रिप्टो मार्केट में प्रॉफिट बढ़ सकता है।” एक अन्य क्रिप्टो एक्सचेंज ZebPay के ट्रेड डेस्क ने कहा, “इस वर्ष की शुरुआत से Ether का प्राइस लगभग 85 प्रतिशत बढ़ा है। इसके लिए बुलिश सेंटीमेंट बरकरार है।”
इस सेगमेंट को कुछ बड़े देशों के नेताओं के साथ ही इनवेस्टर्स से भी बढ़ावा मिल रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्रिप्टोकरेंसी जैसी उभरती हुई टेक्नोलॉजीज से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग पर जोर दिया था। अमेरिका में सिक्योरिटीज रेगुलेटर SEC की ओर से बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) को स्वीकृति मिलने के बाद से इनवेस्टर्स में उत्साह है। हालांकि, देश में क्रिप्टो सेगमेंट पर टैक्स अधिक होने से ग्रोथ पर असर पड़ रहा है। पिछले महीने पेश हुए बजट से पहले क्रिप्टो इंडस्ट्री की ओर से केंद्र सरकार से इस सेगमेंट पर टैक्स घटाने के निवेदन किए थे। हालांकि, इंटरिम बजट में फाइनेंस मिनिस्टर Nirmala Sitharaman ने क्रिप्टोकरेंसीज का कोई जिक्र नहीं किया था। इससे इस इंडस्ट्री से जुड़े स्टेकहोल्डर्स निराश हुए थे। कुछ देशों में रेगुलेटर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर चेतावनी दी है।