नवाबगंज तहसील के तहत आने वाले अधकटा नजराना गांव में मारुति सुजुकी बायो सीएनजी प्लांट स्थापित करेगी। प्लांट से प्रतिदिन 20 टन सीएनजी का उत्पादन होगा, जिसका उपयोग वाहनों में किया जाएगा। चिह्नित भूमि पर कंपनी नवंबर से शुरू करेगी काम।
भूमि चिह्नित की
उप्र प्रदेश जैव ऊर्जा नीति-2022 के तहत बरेली जिले में प्रस्तावित नौ बायो सीएनजी प्लांट प्रस्तावित हैं। इनका निर्माण तहसील स्तर पर होना है। इनमें नवाबगंज तहसील में मारुति सुजुकी की ओर से स्थापित होने वाला जिले का चौथा बायो सीएनजी प्लांट है। योजना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि मौजूदा शर्तों के अनुसार सीएनजी प्लांट के लिए कंपनियों कोच्कच्चे माल के लिए स्थानीय किसानों से गोबर, धान की पराली, भूसा, कटी फसल के अपशिष्ट के साथ ही गन्ना मिलों से मैली समेत अन्य औद्योगिक कचरे की खरीदारी करनी होगी, ताकि किसानों की वैकल्पिक आय में बढ़ोत्तरी हो सके। साथ ही औद्योगिक कचरे से फैलने वाले प्रदूषण की रोकथाम में मदद मिलेगी। अधिकारियों के मुताबिक जिले में निजी क्षेत्र के चौथे प्लांट के लिए जिला प्रशासन की ओर से बीते अगस्त माह में 20 एकड़ भूमि चिह्नित करके उपलब्ध करा दी गई है। इससे पहले जिले में बहेड़ी, फरीदपुर में सीएनजी प्लांट स्थापित हो चुके हैं, जबकि अन्य जगह निर्माणाधीन हैं। इनमें दो निजी और एक सरकारी क्षेत्र का प्लांट शामिल है।
नवाबगंज में मारुति सुजुकी बायो सीएनजी प्लांट लगा रही है। उप्र जैव ऊर्जा नीति-2022 के तहत कंपनी को जिला प्रशासन की ओर से 20 एकड़ भूमि चिह्नित करके उपलब्ध करा दी गई है। तय शर्तों के अनुसार तीन महीने के अंदर कंपनी को योजना पर काम शुरू करना होगा।
एके श्रीवास्तव, जिला परियोजना अधिकारी नेडा।