भारतपे के को-फाउंडर और पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर अश्नीर ग्रोवर (Ashneer Grover) फिनटेक सेक्टर में अपनी दूसरी पारी की तैयारी कर रहे हैं। खबर है कि वह ZeroPe नामक ऐप ला रहे हैं। यह ऐप मेडिकल लोन्स के लिए होगा। Google Playstore लिस्टिंग के अनुसार, ZeroPe की अभी टेस्टिंग चल रही है। इसे ग्रोवर के स्टार्टअप थर्ड यूनिकॉर्न ने विकसित किया है। अश्नीर ग्रोवर ने भारतपे से बाहर निकलने के बाद जनवरी 2023 में अपनी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर और चंडीगढ़ के उद्यमी असीम घावरी के साथ मिलकर थर्ड यूनिकॉर्न को शुरू किया था।
ZeroPe ऐप दिल्ली स्थित नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) मुकुट फिनवेस्ट के साथ साझेदारी में 5 लाख रुपये तक के इंस्टैंट प्री-अप्रूव्ड मेडिकल लोन की पेशकश करेगा। ZeroPe ऐप वेबसाइट के मुताबिक, इस सर्विस का फायदा केवल पार्टनर हॉस्पिटल्स में ही लिया जा सकता है।
इनसे होगी टक्कर
ग्रोवर के ZeroPe ऐप का मुकाबला सेवइन, क्यूब हेल्थ, आरोग्य फाइनेंस, नियोडॉक्स, फाइब, केंको और मायकेयर हेल्थ जैसे कारोबारों से होगा। ये बिजनेस, मेडिकल बिल्स और अन्य वैकल्पिक ट्रीटमेंट्स के लिए इंस्टैंट फाइनेंस सॉल्यूशंस की पेशकश करते हैं। कई डिजिटल-फर्स्ट स्टार्टअप अस्पताल में भर्ती होने, घर पर देखभाल और क्रोनिक केयर मैनेजमेंट समेत मरीजों की सभी हेल्थकेयर जरूरतों के लिए डेटा-ड्रिवन मेडिकल लोन की पेशकश करना चाह रहे हैं। इसके लिए वे हॉस्पिटल नेटवर्क्स, हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइडर्स और सरकारी हेल्थकेयर स्कीम्स को इंटीग्रेट कर रहे हैं।
कंसल्टिंग फर्म बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप और सिंगापुर की वेंचर कैपिटल फर्म बी कैपिटल की एक संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का डिजिटल हेल्थकेयर बाजार 2030 तक 37 अरब डॉलर का रेवेन्यू जनरेट कर सकता है। इसमें से अकेले हेल्थकेयर की फाइनेंसिंग 5 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
सीड राउंड में 35 लाख डॉलर जुटाए
थर्ड यूनिकॉर्न ने Vevek Ventures Investments और Rishaayu LLP की भागीदारी के साथ ZNL Growth Fund के नेतृत्व में सीड राउंड में 35 लाख डॉलर जुटाए। 2023 में स्टार्टअप ने क्रिकपे (CrickPe) नामक एक फैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया था। क्रिकपे के कॉम्पिटीटर्स में Dream11, Mobile Premier League (MPL) और My11Circle हैं।