भारत के विकास हेतु ADB की प्रतिबद्धता

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भारत के विकास हेतु ADB की प्रतिबद्धता

स्रोत: इकॉनोमिक्स टाइम्स

एशियाई विकास बैंक (Asian Development Bank- ADB) ने विभिन्न विकास परियोजनाओं और पहलों पर ध्यान केंद्रित करते हुए वर्ष 2023 में भारत को 2.6 बिलियन अमेरीकी डाॅलर का सॉवरेन ऋण (Sovereign Lending) (दुनिया भर के देशों के लिये वित्तपोषण का महत्त्वपूर्ण स्रोत) देने की प्रतिबद्धता जताई है।

  • वर्ष 2023 में ADB के पोर्टफोलियो ने भारत की प्राथमिकताओं के साथ अपने पोर्टफोलियो को संरेखित किया, जो संरचनात्त्मक परिवर्तन, रोज़गार सृजन, बुनियादी ढाँचे, हरित विकास (नवीकरणीय ऊर्जा), शहरीकरण, उद्योग, विद्युत और जलवायु समुत्थानशीलता एवं समावेशिता पर ध्यान केंद्रित करता है।
  • भारत के राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम को बढ़ावा देने हेतु अतिरिक्त धनराशि को स्वीकृति दी गई, जिसमें विशाखापत्तनम-चेन्नई औद्योगिक गलियारे के लिये विशेष समर्थन शामिल है।
  • सतत् विकास पर बैंक का ज़ोर सतत् विकास लक्ष्यों (Sustainable Development Goals- SDG) को प्राप्त करने और निर्धनता उन्मूलन के वैश्विक प्रयासों के अनुरूप है।
  • ADB एक बहुपक्षीय विकास बैंक है जिसकी स्थापना वर्ष 1966 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में आर्थिक विकास और सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी।
    • इसका मुख्यालय मनीला, फिलीपींस में है और इसके 68 सदस्य हैं। इसका संचालन बोर्ड ऑफ गवर्नर्स द्वारा किया जाता है और इसका वित्तपोषण सदस्यों के योगदान, उधार से प्राप्त आय और ऋण चुकौती के माध्यम से किया जाता है।

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