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हुरुन इंडिया फ्यूचर यूनिकॉर्न इंडेक्स 2024 से रिकॉर्ड 25 उभरते यूनिकॉर्न बाहर हो गए हैं। हुरून की 20 जून को जारी की गई लिस्ट के अनुसार, इस साल केवल 3 स्टार्टअप ही यूनिकॉर्न बने हैं, जो कि क्विक कॉमर्स स्टार्टअप जेप्टो, फिनटेक स्टार्टअप इनक्रेड फाइनेंस और लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप पोर्टर हैं। यूनिकॉर्न उन स्टार्टअप्स को कहा जाता है, जिनकी वैल्यूएशन 1 अरब डॉलर पर पहुंच जाती है। हुरुन ने 2000 के दशक में स्थापित उन स्टार्टअप्स को भविष्य के यूनिकॉर्न के रूप में क्लासिफाई किया है, जिनकी वैल्यूएशन 20 करोड़ डॉलर से 1 अरब डॉलर के बीच है और जिन्हें अभी सार्वजनिक रूप से लिस्ट नहीं कराया गया है।
स्टार्टअप कई कारणों से लिस्ट से बाहर हो सकते हैं, जिनमें आईपीओ के जरिए शेयर बाजार में लिस्टिंग, अधिग्रहण या वैल्यूएशन निर्दिष्ट सीमा से नीचे जाना शामिल है। हुरुन इंडेक्स के मुताबिक, SaaS और HR टेक स्टार्टअप डार्विनबॉक्स, जो पहले यूनिकॉर्न था, 2024 में डिमोट होकर ‘गजेल’ में बदल गया। 50 करोड़ से लेकर 1 अरब डॉलर के बीच वैल्यूएशन वाले ऐसे स्टार्टअप्स, जो अगले 3 वर्ष में यूनिकॉर्न बन सकते हैं, उन्हें गजेल कहा जाता है। वहीं 20 करोड़ से लेकर 50 करोड़ डॉलर के बीच वैल्यूएशन वाले ऐसे स्टार्टअप्स, जो अगले 5 वर्षों में यूनिकॉर्न बन सकते हैं, ‘चीता’ कहलाते हैं।
कौन से स्टार्टअप हुए बाहर
हुरुन इंडेक्स से इस साल बाहर होने वाले स्टार्टअप्स में Dunzo, Practo, Rapido के नाम प्रमुख हैं। इसके अलावा कोगोपोर्ट, नियोग्रोथ, सिंपल एनर्जी, गाना, कू, बिजोंगो, जार, पार्क+, पेपर बोट, जय किसान, डॉटपे, फैशिन्जा, आरजू, अवतार, सिरियनलैब्स, वेकूल, एक्सियो, मेलोरा, अल्ट्रावॉयलेट, एमफाइन और रिन्यूबाय भी बाहर हुए हैं।
इस साल लिस्ट से कितने ‘चीता’ और ‘गजेल’ हुए बाहर
हुरुन इंडिया फ्यूचर यूनिकॉर्न इंडेक्स से इस साल करीब 5 गजेल और 20 चीता बाहर हुए हैं। रिसर्च में कुल मिलाकर 31 शहरों से 152 ऐसे स्टार्टअप पाए गए, जो भविष्य में यूनिकॉर्न बन सकते हैं। अधिकांश की शुरुआत 2015 में हुई है और इनमें से ज्यादातर सॉफ्टवेयर और सर्विसेज बेचते हैं। इन स्टार्टअप्स में से केवल 18 ऐसे हैं, जो फिजिकल प्रोडक्ट बेचते हैं। लगभग 44 प्रतिशत स्टार्टअप्स ऐसे रहे, जो बिजनेसेज को बिक्री कर रहे हैं। वहीं 56 प्रतिशत कंज्यूमर फेसिंग हैं। ये 152 फ्यूचर यूनिकॉर्न, वित्तीय सेवा, बिजनेस मैनेजमेंट सॉल्यूशंस, एजुकेशन और हेल्थकेयर सेक्टर से हैं।
इक्सिगो की शानदार परफॉर्मेंस
रिसर्च के अनुसार, इंडेक्स के कुछ उल्लेखनीय प्रमोशंस में ऑनलाइन ट्रैवल एग्रीगेटर इक्सिगो शामिल है। यह स्टार्टअप पहले चीता था लेकिन अब यह 48 प्रतिशत प्रीमियम के साथ शेयर बाजार में लिस्ट हुआ है। 2022 में, इक्सिगो के 5 साल के अंदर यूनिकॉर्न बनने की भविष्यवाणी की गई थी। लेकिन यह गजेल स्टेटस को दरकिनार करते हुए सीधे IPO तक पहुंच गया। 6,000 करोड़ रुपये (70 करोड़ डॉलर) के मार्केट कैप के साथ इक्सिगो 1 अरब डॉलर की वैल्यूएशन के ट्रैक पर है। इंडेक्स में लगभग 10 चीतों को गजेल में प्रमोट किया गया है।
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