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अमेरिकी ऑफिस ऑफ साइंस ने अपने ब्लॉग में कहा कि LSST डिजिटल कैमरा खगोल विज्ञान में एक गेम-चेंजर है, जो डार्क मैटर और डार्क एनर्जी जैसी घटनाओं को बारीकी से कैद करता है। उनका कहना है कि ये रहस्यमय शक्तियां ब्रह्मांड को आकार तो देती हैं, लेकिन मौजूदा टेक्नोलॉजी के लिए अभी तक अदृश्य बनी हुई थीं। अब, LSST के साथ, वैज्ञानिक इन रहस्यों को उजागर कर सकेंगे।
यह पावरफुल डिजिटल कैमरा चिली में वेरा सी रुबिन वेधशाला में रखा जाएगा। कैमरा दक्षिणी आसमान को कैप्चर करेगा, क्योंकि साइंटिस्ट्स के अनुसार, यह क्षेत्र अंतरिक्ष की गहराई में झांकने के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। LSST एक 3 टन वजनी कैमरा है, जिसके लेंस का व्यास 5 फीट बड़ा है। इसके अलावा, यह कैमरा बिजली की तरह तेज है, इसका एक्सपोजर टाइम 15 सेकंड से भी कम है।
ब्लॉग में बताया गया है कि यह डिजिटल कैमरा रिकॉर्ड समय में रात के आकाश के विशाल हिस्से का सर्वेक्षण कर सकता है। साथ ही, छह विशेष फिल्टरों के साथ, वैज्ञानिक अल्ट्रावॉयलेट से लेकर नियर-इन्फ्रारेड तक, कई प्रकार के लाइट को स्टडी कर सकते हैं। यह इतना सटीक है कि यह 15 मील दूर से गोल्फ की गेंद को देख सकता है। इससे लिया गया प्रत्येक स्नैपशॉट पूरे चांद से सात गुना बड़े क्षेत्र को कवर करता है। इस कैमरे को बनाने में दो दशकों से ज्यादा का समय लगा है।
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