पेरिमेनोपॉज में फायदेमंद है काले तिल का सेवन, एक्सपर्ट से जानें फायदे | black sesame seeds benefits during perimenopause in hindi


मेनोपॉज से पहले ही महिलाओं के शरीर में तेजी से कई हार्मोनल बदलाव होने लगते हैं। इस फेज को पेरिमेनोपॉज कहा जाता है, जो कि ऐसा दौर होता है जब महिलाओं के शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस के कारण कई तरह के बदलाव होने लगते हैं। पेरिमेनोपॉज के दौरान न केवल पीरियड्स अनियमित होते हैं बल्कि चेहरे पर बाल भी आ सकते हैं। ऐसा सब हार्मोनल इंबैलेंस के कारण होता है। पेरिमेनोपॉज के दौरान फीमेल होर्मोन एस्ट्रोजन, जो ओवरीज यानी अंडाशय से प्रोड्यूस होता है, उसमें गिरावट आने लगती है। इसके चलते अनियमित पीरियड्स, ज्यादा पसीना आना, हॉट फ्लैशेज और स्टेस जैसे लक्षण (Symptoms of perimenopause) देखने को मिलते हैं। पेरिमेनोपॉज के दौरान होने वाली इन समस्याओं को कंट्रोल करने में काले तिल का सेवन लाभदायक हो सकता है। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) पेरिमेनोपॉज से गुजर रही महिलाओं के लिए काले तिल के फायदे बता रहे हैं।

पेरिमेनोपॉज के दौरान काले तिल के फायदे – Black Sesame Seeds Benefits During Perimenopause In Hindi

1. आयु्र्वेद के अनुसार काले तिल मधुर, उष्ण और आर्तवजनन हैं जो पीरियड्स को रेगुलेट करने में सहायक हो सकते हैं। इसके साथ ही पेरिमेनोपॉज के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।

2. काले तिल में फाइटोएस्ट्रोजेन होते हैं जो कि पेरिमेनोपॉज के दौरान होने वाले हॉट फ्लैशेज (Hot Flushes) को कंट्रोल कर सकते हैं। शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस के कारण हॉट फ्लैशेज (Hot Flushes) की समस्या आमतौर पर महिलाओं को पेरिमेनोपॉज और मेनोपॉज के बाद होती है।

इसे भी पढ़ें: पेरिमेनोपॉज के दौरान हड्डियों को हेल्दी रखने के लिए अपनाएं ये टिप्स, जोड़ों के दर्द में भी मिलेगा आराम

3. काले तिलों में मौजूद फ्लेवोनॉयड्स, फाइटोएस्ट्रोजन और अन्य पोषक तत्व महिलाओं के हार्मोनल स्तर को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं। इससे पेरिमेनोपॉज के लक्षणों को कम किया जा सकता है।

4. 35 की उम्र के बाद महिलाओं की हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं, ऐसे में काले तिल का सेवन फायदा कर सकता है। काले तिल में पाए जाने वाले कैल्शियम और मैग्नीशियम आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं, जिससे बोन लॉस की समस्या कम हो सकती है।

5. पेरिमेनोपॉज के दौरान हार्मोनल इंबैलेंस के कारण बालों का झड़ना भी बढ़ जाता है। ऐसे में काले तिल का सेवन बालों की क्वालिटी सुधारने में मदद कर सकता है।

6. नियमित रूप के काले तिलों का सेवन करने से शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।

इसे भी पढ़ें: Shark Tank में Namita Thapar ने किया पेरिमेनोपॉज का जिक्र, जानें Perimenopause के लक्षण और बचाव के उपाय

आयुर्वेद के अनुसार काले तिल का सेवन कैसे करना चाहिए? – What Is The Best Way To Eat Black Sesame Seeds According To Ayurveda

आयुर्वेद के अनुसार, महिलाओं को काले तिल से भरपूर लाभ पाने के लिए नियमित रूप से 1 छोटी चम्मच काले तिलों का सेवन चबाकर करना चाहिए। इससे मसूड़े और दांत भी मजबूत होते हैं और आपकी सेहत भी बेहतर हो सकती है। 

महिलाओं के लिए काले तिल का सेवन लाभदायक होता है। खासकर, पेरिमेनोपॉज के फेज में होने वाली समस्याओं को इससे कंट्रोल किया जा सकता है। ध्यान रखें कि पेरिमेनोपॉज के समय डॉक्टर से सलाह के बाद ही इनका सेवन करें।

All Images Credit- Freepik



Source link

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Exit mobile version