नयी दिल्ली । केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को कहा कि डाक विभाग डिजिटल मंच पर जाने के लिए पुनर्गठन की प्रक्रिया से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि डाक सेवा जन सेवा है। भारतीय डाक एवं दूरसंचार लेखा और वित्त सेवा के 50वें स्थापना दिवस के अवसर पर मंत्री ने कहा कि यह बदलाव ई-कॉमर्स वृद्धि के संदर्भ में विशेष रूप से प्रासंगिक है, जिससे विभाग इस उभरते हुए व्यवसाय के क्षेत्र में अग्रणी बनने की स्थिति में है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हमारा विभाग डिजिटल होने जा रहा है। हमारा विभाग व्यवसाय प्रक्रिया पुनर्गठन से गुजर रहा है, जहां हम आने वाले दिनों में खुद को एक लॉजिस्टिक्स कॉरपोरेशन में बदल देंगे, जहां हमें ई-कॉमर्स के मामले में बढ़ते नए व्यवसाय के साथ दुनिया में अग्रणी बनना होगा।” उन्होंने कहा कि डाक विभाग आज दुनिया भर में सबसे बड़ा वितरण नेटवर्क है, जिसके 1,64,000 डाकघर हैं। सिंधिया ने कहा, “हम आम आदमी की सेवा करते हैं… न केवल डाक भवन में बैठे अधिकारी, बल्कि मेरे ग्रामीण डाक सेवक… जो मैदान में घर-घर जाते हैं… वे नारे के प्रतीक हैं – डाक सेवा एक जन सेवा है।”
उन्होंने कहा कि डिजिटल परिवर्तन भारत के डिजिटल विभाजन को पाटने और सभी नागरिकों के लिए सूचना तक पहुंच बढ़ाने के व्यापक लक्ष्यों के अनुरूप है। मंत्री ने कहा कि भारत ने दूरसंचार में उल्लेखनीय प्रगति की है, जिसकी पहुंच 86 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि नवाचार, समावेशिता और सुरक्षा को भविष्य के विकास के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों के रूप में लिया जाना चाहिए। मंत्री ने पिछले 50 वर्षों में दूरसंचार क्षेत्र की परिवर्तनकारी यात्रा पर बात की और विभिन्न हितधारकों के महत्वपूर्ण योगदान को स्वीकार किया।