एजिंग के लक्षण समझकर कहीं न कर दें स्किन कैंसर को नजरअंदाज, जानें कैसे करें दोनों में अंतर


स्किन कैंसर के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। लेसेंट के सर्वे के मुताबिक भारत में जो कैंसर के मामले दर्ज किए जाते हैं उनमें से 3 प्रतिशत से ज्यादा केस स्किन कैंसर के होते हैं। त्वचा की कोशिकाएं जब असामान्य तरीके से विकसित होने लगे तो यह स्किन कैंसर होता है। स्किन केयर एक्सपर्ट का मानना है कि त्वचा के जो हिस्से सीधे सूर्य की किरणों के संपर्क में आते हैं, उस हिस्से पर कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है। 10 में से 8 मामलों में स्किन कैंसर के शुरुआती लक्षणों को लोग एजिंग समझकर इग्नोर कर देते हैं। जब यह लक्षण ज्यादा बढ़ने लगते हैं तब डॉक्टर से संपर्क करते हैं और तब तक कैंसर जानलेवा हो सकता है। अब बात आती है कि स्किन कैंसर होने की पहचान कैसे करें। क्या एजिंग के लक्षण और स्किन कैंसर के लक्षण अलग हैं? इन सवालों का जवाब जानने के लिए हमने महाराष्ट्र के मुलुंद स्थित फोर्टिस अस्पताल की कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ.स्मृति नासवा सिंह से बात की।

एज स्पॉट क्या है?- What Are Age Spots?

त्वचा पर उम्र के साथ होने वाले दाग-धब्बे को लिवर स्पॉट या सोलर लेंटिगाइन के रूप में भी जाना जाता है। यह चपटे, भूरे, या काले धब्बे होते हैं जो त्वचा पर दिखाई देते हैं। इस तरह के धब्बे आमतौर पर चेहरे, हाथों, कंधों और बाजुओं पर दिखाई देते हैं। कई बार इस तरह के धब्बे लोशन, क्रीम और ज्यादा ब्यूटी ट्रीटमेंट करवाने की वजह से भी होते हैं।

स्किन कैंसर के स्पॉट की पहचान कैसे करें?

डॉक्टर का कहना है कि स्किन कैंसर के लक्षण भी चेहरे, हाथ और बाजुओं पर दिखाई देते हैं। यह उभरे हुए छोटे काले घावों की तरह दिखते हैं, जिन्हें डर्मेटोसिस पापुलोसा निग्रा कहा जाता है। वहीं, त्वचा पर काले और भूरे रंग के धब्बों को सेबोरहाइक केराटोज़ कहा जाता है। स्किन कैंसर के धब्बे त्वचा पर उभरे हुए होते हैं, इसलिए इसकी पहचान आसानी से की जा सकती है।

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एजिंग स्पॉट और स्किन कैंसर की पहचान कैसे करें?

कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ.स्मृति नासवा सिंह का कहना है कि कुछ बेसिक को ध्यान में रखा जाए तो स्किन कैंसर और एजिंग के लक्षणों की पहचान की जा सकती है। आइए जानते हैं इसके बारे में।

  • बॉर्डर- अगर त्वचा पर होने वाले दाग-धब्बे सॉफ्ट होने की बजाय नोकदार और असमान हैं तो यह स्किन कैंसर का एक लक्षण हो सकता है।
  • रंग- एजिंग में अक्सर लोगों के चेहरे पर भूरे और काले धब्बे होते हैं। वहीं स्किन कैंसर में त्वचा पर कई रंग के दाग-धब्बे उभरते हैं।
  • साइज- जिन लोगों की त्वचा पर दाग-धब्बे 6 मिमी या 1/4 इंच से अधिक है तो उन्हें डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह स्किन कैंसर का लक्षण हो सकता है।
  • एक्जिमा होना- एक्जिमा यानी खाज भी स्किन कैंसर का लक्षण हो सकता है। आपकी त्वचा पर किसी स्थान के उभार में कोई बदलाव, या उसमें कोई नया लक्षण, जैसे रक्तस्राव, खुजली, या पपड़ी पड़ना जैसे लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।

स्किन कैंसर के प्रकार

1. बेसल सेल कार्सिनोमा

2. स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा

3. मेलेनोमा

4. एक्टिनिक केराटोसिस

स्किन कैंसर से बचाव के तरीके

  • धूप में बाहर निकलते समय शरीर को पूरी तरह से ढककर रखें। बाजू और हाथों पर दस्ताने पहनें, ताकि शरीर कवर रहे और आपकी त्वचा सीधे धूप के संपर्क में न आएं।
  • स्किन कैंसर उन भागों में देखने को मिलती है जो ज्यादा धूप के संपर्क में रहते हैं जैसे चेहरा, गर्दन और बाजू। ऐसे में स्किन पर दाग होने पर डॉक्टर से बात करें।
  • मौसम चाहे कोई भी हो शरीर हाइड्रेट रखें। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि जब शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी मिलता है तो कैंसर का खतरा कम करने में मदद मिलती है।
  • त्वचा पर लोशन, मॉइश्चराइजर आदि का इस्तेमाल करें। अगर आपको अपनी स्किन टाइप नहीं पता है तो डॉक्टर की सलाह लें। Image Credit: Freepik.com

 

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