मसान होली
स्रोत: द हिंदू
मसान होली वाराणसी में मनाया जाने वाला दो दिवसीय विशेष कार्यक्रम है। इस उत्सव के दौरान लोग एक-दूसरे पर चिता की राख और गुलाल लगाते हैं। इस आयोजन को मरण का उत्सव मनाने के रूप में भी जाना जाता है।
- इस उत्सव के दौरान कई लोग नदी के किनारे अथवा घाट पर बड़ी संख्या में एकजुट होते हैं। वे नाचते हैं, गाते हैं और “हर-हर महादेव” का जाप करते हैं।
- उत्पत्ति: वाराणसी में मसान होली की रस्म होलिका-प्रहलाद की पौराणिक घटना की स्मृति में चिता की राख का उपयोग कर मनाई जाती है।
महत्त्व:
- वाराणसी की मसान होली में चिता की राख का उपयोग जीवन की अल्पता और इस भौतिकवादी दुनिया में मनुष्य के अस्तित्त्व की चक्रीय प्रकृति का प्रतीक है।
- ऐसा माना जाता है कि मसान होली में इस्तेमाल की जाने वाली राख में शुद्धिकरण गुण होते हैं जो शरीर, मन और आत्मा की अशुद्धियों को दूर करते हैं।
- होली के दौरान एक-दूसरे को राख लगाकर, लोग आध्यात्मिक कायाकल्प और आंतरिक शुद्धि की कामना करते हैं।
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