• Whatsapp
  • Phone
  • Bareilly News
  • Bareilly Business
  • Register
  • Login
  • Add Post
ADVERTISEMENT
Home बरेली न्यूज़

गेहूं की कटाई के बाद किसान करें तिल की खेती, होगी बंपर पैदावार | तिल की खेती कैसे करें | Sesame Cultivation | तिल की खेती की जानकारी | तिल की खेती का सही समय

bareillyonline.com by bareillyonline.com
4 April 2024
in बरेली न्यूज़
4 0
0
गेहूं की कटाई के बाद किसान करें तिल की खेती, होगी बंपर पैदावार | तिल की खेती कैसे करें | Sesame Cultivation | तिल की खेती की जानकारी | तिल की खेती का सही समय
6
SHARES
35
VIEWS
WhatsappFacebookTwitterThreads

[ad_1]

Sesame Cultivation: गेहूं की कटाई के बाद किसान करें तिल की खेती, होगी बंपर पैदावार

तिल की खेती

अपना शहर Bareilly Online

बरेली में सेटेलाइट फ्लाईओवर का निर्माण: पीलीभीत बाइपास पर जाम से मिलेगी राहत

बिजली केबिल जोड़ने से मना करने पर नवाबगंज में लोगों ने बिजलीघर में ताला जड़कर हंगामा किया।

बरेली में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नाथ परंपरा पर एक भव्य डॉक्यूमेंट्री बनाने की योजना है।

By khetivyapar

पोस्टेड: 04 Apr, 2024 12:00 AM IST Updated Thu, 04 Apr 2024 07:59 AM IST

गर्मियों में किसान खेतों को खाली ही छोड़ देते हैं। अप्रैल माह के अंत तक लगभग गेहूं और सरसों की कटाई हो जाती है। खाली खेत छोड़ने के बजाय खेत की अच्छी जुताई करके तिल के बीज की सही ढ़ग से बुवाई कर दें। विशेषकर इस सीजन में तिल की फसल में पानी का खास ध्यान देना पड़ता है। सही समय पर सिंचाई करनी चाहिए। 

ऐसे करें तिल की खेती होगी अच्छी पैदावार:

तिल की खेती के लिए आपको उन्नत तकनीकों और सही प्रबंधन करना चाहिए। एक हेक्टेयर में बुआई के लिए 5 से 6 किलोग्राम तिल के बीज की आवश्यकता है और खरीफ में वर्षा की शुरुआत होते ही, जून से मध्य जुलाई तक बुआई की जा सकती है। बुआई के समय, कतार से कतार की दूरी को 25-30 सेंटीमीटर और पौधा से पौधा की दूरी को 10-12 सेंटीमीटर बनाए रखना चाहिए। हल्की सिंचाई से भूमि में नमी को बनाए रखने के लिए बुआई के समय हल्की सिंचाई भी करना चाहिए। 

इस मात्रा में करें खाद उर्वरक प्रयोग:

तिल की खेती के लिये खाद और उर्वरक का उपयोग मिट्टी की जांच के आधार पर करें। तिल की अच्छी उपज प्राप्त करने के लिये बुवाई से पूर्व 250 किलोग्राम जिप्सम का प्रयोग करना चाहिए। बुवाई से पहले 250 किलोग्राम नीम की खली का प्रयोग करना लाभदायक होता है। खरपतवार नियंत्रण के लिए पहली निकाई-गुड़ाई बुवाई के 15-20 दिनों के बाद और दूसरी निकाई-गुड़ाई 30-35 दिनों के अंदर करें। 

तिल की खेती के लिए मिट्टी का चयन:

तिल की खेती के लिये बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। इसके बाद रोटावेटर से खेत को कम से कम दो बार जुताई करनी चाहिए। इसके बाद दो से तीन बार कल्टीवेटर से खेत की जुताई करनी चाहिए। तिल के बीज की बुवाई करते समय एक पंक्ति में करना चाहिए। इससे फसल की उपज अच्छी होगी। अगर किसान इस तरह से तिल की खेती करेंगे, तो अवश्य ही उन्हें अच्छा मुनाफा होगा।

इस तरह करें तिल की सिंचाई: तिल की बुवाई के 20 से 25 दिन बाद फसल की सिंचाई करनी चाहिए। दूसरी सिंचाई 10 से 12 दिन के अंतराल पर करनी चाहिए। गर्मियों के सीजन में बाजार में तिल का भाव काफी ज्यादा रहता है, जिससे किसानों को एक एकड़ फसल से ही लाखों रुपए का मुनाफा हो सकता है।

[ad_2]

Source link

Categories

  • बरेली न्यूज़
  • बरेली बिज़नेस
  • बरेली ब्लॉग
edit post

बरेली में सेटेलाइट फ्लाईओवर का निर्माण: पीलीभीत बाइपास पर जाम से मिलेगी राहत

8 August 2025
edit post

बिजली केबिल जोड़ने से मना करने पर नवाबगंज में लोगों ने बिजलीघर में ताला जड़कर हंगामा किया।

8 August 2025
edit post

बरेली में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नाथ परंपरा पर एक भव्य डॉक्यूमेंट्री बनाने की योजना है।

8 August 2025

UPLOAD

LOGIN

REGISTER

HELPLINE

No Result
View All Result
  • बरेली न्यूज़
  • बरेली ब्लॉग
  • बरेली बिज़नेस
  • Contact

© 2025 Bareilly Online bareillyonline.