वर्तमान समय में लोगों की बिगड़ी लाइफस्टाइल और खानपान का असर उनकी सेहत पर पड़ रहा है, यही वजह है कि बीते कुछ सालों में वजन बढ़ने और मोटापे की समस्या ज्यादा बढ़ी है। खास बात ये है कि बाजार में मिलने वाला ऑयली और जंक फूड खाने से सबसे ज्यादा बच्चे और युवा मोटापे के शिकार हो रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि समय रहते लोग जागरूक हों और डाइट को कंट्रोल करके हेल्दी एक्टिव लाइफस्टाइल फॉलो करें। मोटापा बढ़ने पर सबसे ज्यादा फैट कमर और जांघों पर जमा होता है, जिसे कम करने के लिए आप योग का सहारा ले सकते हैं। इस लेख में नोएडा के योसोम योग स्टूडियो के योग शिक्षक रजनेश शर्मा कमर और जांघों की चर्बी कम करने के लिए कुछ विशेष योगासन बता रहे हैं, जिनका नियमित अभ्यास करने से आपको लाभ मिल सकता है।
कमर और जांघों पर जमा फैट कम करने के लिए योगासन – Which Yoga Is Best To Reduce Thigh Fat In Hindi
1. उत्कटासन – Utkatasana
कमर और जांघों की चर्बी कम करने के लिए उत्कटासन का अभ्यास लाभकारी साबित होता है। उत्कटासन शरीर के निचले शरीर पर जोर डालता है, जिससे कमर और जांघों की चर्बी को कम करने में मदद मिलती है। इस आसन के अभ्यास से शरीर के संतुलन में सुधार होता है, इसके साथ ही जांघें, कूल्हे और अन्य मांसपेशियां मजबूत होती हैं। उत्कटासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हों और अपने पैरों को थोड़ा फैलाएं। इस स्थिति में अपने दोनों हाथों को सामने की ओर सीधा करें और धीरे-धीरे अपने घुटनों को मोड़ें और अपने शरीर को नीचे की ओर झुकाएं, जैसे आप कुर्सी पर बैठ रहे हों। इस स्थिति में कुछ सेकंड तक रुकें और फिर सामान्य स्थिति में लौटें। इस आसन का अभ्यास करते हुए शरीर कुर्सी के आकार में नजर आएगा। नियमित रूप से इसका अभ्यास करने से कई फायदे मिलते हैं।
इसे भी पढ़ें: एब्स मजबूत करने के लिए कौन-से योग करने चाहिए? एक्सपर्ट से जानें
2. भुजंगासन – Bhujangasana
कमर की चर्बी कम करने के लिए भुजंगासन का अभ्यास करना लाभकारी साबित होता है। इसका अभ्यास करने से कमर और जांघों की चर्बी को कम करने में मदद मिलती है। भुजंगासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाता है और फेफड़ों को मजबूत करता है। भुजंगासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं और अपने हाथों को कंधों के नीचे रखें। अब धीरे-धीरे अपने अपने हाथों की मदद से ऊपरी शरीर को उठाएं और अपने सिर को पीछे की ओर झुकाते हुए छाती को ऊपर उठाएं। इस स्थिति में कुछ सेकंड तक रुकें और फिर सामान्य स्थिति में लौटें। इस आसन का अभ्यास शरुआत में रोजाना 5-10 बार करें।
इसे भी पढ़ें: उंगलियों और हाथों की अकड़न दूर करने के लिए करें ये 3 योग, जल्द मिलेगी राहत
3. वीरभद्रासन – Virabhadrasana
कमर और जांघों पर जमी चर्बी को कम करने के लिए रोजाना वीरभद्रासन का अभ्यास लाभदायक होता है। वीरभद्रासन जांघों और कूल्हों की चर्बी को कम करने में मदद करता है, साथ ही साथ पैर, कूल्हों और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत करता है। इसके साथ ही यह आसन आपके संतुलन और ध्यान में सुधार करता है। वीरभद्रासन का अभ्यास करने के लिए सीधे खड़े हों और अपने पैरों को दूरी पर करते हुए दाएं पैर को 90 डिग्री और बाएं पैर को थोड़ा अंदर की ओर घुमाएं। इसके साथ ही अपने हाथों को कंधे की ऊंचाई तक उठाएं, हथेलियों को नीचे की ओर रखें और अपने दाएं घुटने को मोड़ें और अपने बाएं पैर को सीधा रखें। इस आसन का अभ्यास 5-10 बार करें।
4. सेतुबंधासन – Bridge Pose
सेतुबंधासन कमर और जांघों की चर्बी को कम करने में मदद करता है और रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाता है। इसके साथ ही सेतुबंधासन पाचन तंत्र को सुधारता है और कब्ज की समस्या को कम करता है। सेतुबंधासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और अपने घुटनों को मोड़ें। अब अपने पैरों को जमीन पर रखें और अपनी एड़ियों को कूल्हों के पास लाएं। इस दौरान अपने हाथों को शरीर के पास रखें और धीरे-धीरे अपने कूल्हों को ऊपर उठाएं। इस स्थिति में कुछ सेकंड तक रुकें और फिर सामान्य स्थिति में लौटें।
5. नौकासन – Naukasana
कमर और जांघों की चर्बी कम करने के लिए रोजाना नौकासन का अभ्यास लाभकारी साबित होता है। नौकासन पेट, पीठ और पैर की मांसपेशियों को मजबूत करता है और शरीर के संतुलन और स्थिरता में सुधार करता है। इसका अभ्यास करने के लिए, पीठ के बल लेट जाएं और धीरे-धीरे अपने पैरों और ऊपरी शरीर को ऊपर उठाएं, ताकि आपका शरीर एक नाव के आकार में दिखे। इस दौरान अपने हाथों को अपने पैरों की ओर सीधा रखें। नौकासन की स्थिति में कुछ सेकंड तक रुकें और फिर सामान्य स्थिति में लौटें।
All Images Credit- Freepik
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।