WayCool Foods Layoffs: चेन्नई स्थित एग्रीकल्चरल सप्लाई चेन स्टार्टअप वेकूल फूड्स ने 200 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। सोर्सेज का कहना है कि छंटनी विभिन्न विभागों में हुई है। पिछले 12 महीनों में स्टार्टअप में छंटनी का यह तीसरा दौर है। वेकूल फूड्स फंडिंग जुटाने के लिए संघर्ष करने के बाद घाटे को कम करने के लिए ऑपरेशंस को स्ट्रीमलाइन कर रहा है। इसमें लाइटबॉक्स का पैसा लगा हुआ है।
वेकूल फूड्स ने पिछले साल जुलाई में 300 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था। इसके बाद इस साल फरवरी में इसने 70 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। छंटनी के ताजा दौर ने चेन्नई, बेंगलुरु और हैदराबाद के कर्मचारियों और वेकूल फूड्स की सहायक कंपनियों- सेन्सनेक्स्ट और ब्रैंडनेक्स्ट को प्रभावित किया है।
सैलरी में हो रही देरी
सूत्रों का कहना है कि स्टार्टअप के लिए वित्तीय कठिनाइयां बढ़ गई हैं। कर्मचारियों को वेतन देने में देरी हो रही है और क्लाइंट की ओर से पेमेंट्स में देरी हो रही है। इस घटनाक्रम से जुड़े दो सूत्रों ने बताया, “अतीत में वेतन में देरी हुई है और कंपनी को अभी जून की पेस्लिप प्रोसेस करनी है। फंडिंग खत्म हो गई है और क्लाइंट्स से भुगतान अटका हुआ है।”
इसके अलावा, मिलर्स, लॉजिस्टिक्स पार्टनर्स और एसजीएस जैसे सर्विस प्रोवाइडर्स सहित वेंडर्स को बकाया भुगतान न किए जाने से स्थिति और खराब हो गई है। सूत्रों ने कहा, “पिछले तीन महीनों में वेंडर्स को भुगतान बारी-बारी से किया गया, लेकिन जून से यह पूरी तरह से बंद हो गया है क्योंकि क्लाइंट्स से कलेक्शन में देरी हो रही है।”
छंटनी, प्रॉफिट में आने की कोशिशों का हिस्सा
वेकूल ने छंटनी को, प्रॉफिट में आने के उद्देश्य से चल रही रिस्ट्रक्चरिंग कोशिशों का हिस्सा माना है। मनीकंट्रोल को लिखित जवाब में स्टार्टअप ने कहा, “वेकूल का प्रत्येक व्यवसाय, प्रॉफिटेबिलिटी हासिल करने के लिए अपनी योजनाओं को एग्जीक्यूट कर रहा है। इसके हिस्से के रूप में, रोल्स और स्ट्रक्चर्स को और अधिक सरल और ऑटोमेटेड किया गया है। यह एक जारी रहने वाली प्रक्रिया होगी।” हालांकि, स्टार्टअप ने प्रभावित कर्मचारियों की सटीक संख्या का खुलासा नहीं किया।
फंडिंग की कमी पर स्टार्टअप ने कहा कि उसने 4 करोड़ डॉलर के अपने चल रहे ब्रिज राउंड से 75% पूंजी हासिल कर ली है और अगस्त तक फंड जुटाने का काम पूरा कर लेगा। वेकूल अपनी लिक्विडिटी चुनौतियों से निपटने के लिए पिछले साल नवंबर से मौजूदा निवेशकों से ब्रिज फंडिंग जुटाने की कोशिश कर रहा है।