पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 9 जून को दोपहर 3.44 बजे शुरू होगी।
By Ekta Sharma
Publish Date: Mon, 27 May 2024 01:37:28 PM (IST)
Updated Date: Mon, 27 May 2024 01:37:28 PM (IST)
HighLights
- ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है।
- चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से वे प्रसन्न होते हैं।
- विनायक चतुर्थी का व्रत 10 जून को रखा जाएगा।
धर्म डेस्क, इंदौर। Vinayak Chaturthi 2024: हर माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान गणेश की विशेष पूजा की जाती है। जीवन की परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए इस दिन व्रत भी रखा जाता है। मान्यता के अनुसार, चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से वे प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है। ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। आइए, जानते हैं कि विनायक चतुर्थी की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त क्या है।
विनायक चतुर्थी तिथि और शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 9 जून को दोपहर 3.44 बजे शुरू होगी और अगले दिन 10 जून को शाम 4.14 बजे समाप्त होगी। ऐसे में विनायक चतुर्थी का व्रत 10 जून को रखा जाएगा।
विनायक चतुर्थी पूजा विधि
- विनायक चतुर्थी के दिन सुबह उठकर देवी-देवताओं का ध्यान करें।
- इसके बाद स्नान आदि से निवृत्त होकर, साफ कपड़े पहन लें।
- सूर्य देव को जल चढ़ाएं।
- इसके बाद एक चौकी पर कपड़ा बिछाकर भगवान गणेश की मूर्ति रखें।
- बप्पा को सिन्दूर का तिलक लगाएं और दूर्वा, पीले फूल अर्पित करें।
- घी का दीपक जलाएं और भगवान की आरती करें।
- गणेश चालीसा और मंत्रों का जाप जरूर करें।
- इस दिन बप्पा को मोदक, फल और मिठाई का भोग लगाएं।
- चंद्रमा को जल चढ़ाने के बाद व्रत खोलें।
- सात्विक भोजन से ही अपना व्रत खोलें।
इस मंत्र का करें जाप
वक्रतुण्ड महाकाय, सुर्यकोटि समप्रभ:।
निर्विघ्नं कुरु मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा।।
डिसक्लेमर
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