इस वर्ष सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से होने जा रही है। भगवान शिव को समर्पित सावन माह इस वर्ष 29 दिनों का होगा। सावन में भोलेनाथ का पूजन और रुद्राभिषेक काफी शुभ माना गया है। साथ ही भगवान शिव के निमित्त व्रत भी रखा जाता है।
By Bharat Mandhanya
Publish Date: Mon, 08 Jul 2024 09:35:42 AM (IST)
Updated Date: Mon, 08 Jul 2024 09:35:42 AM (IST)
HighLights
- सावन में बन रहा विशेष संयोग
- रुद्राभिषेक का है विशेष महत्व
- गंगाजल से करना चाहिए अभिषेक
Sawan Somwar 2024 धर्म डेस्क, इंदौर। भगवान शिव को समर्पित सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से होगी। मान्यता है कि इस पूरे माह भगवान भोलेनाथ धरती पर विचरण करते हैं। ऐसे में शिव पूजन के लिहाज से यह माह बहुत अहम माना गया है। इस माह सावन सोमवार का भी व्रत रखा जाता है, जिससे भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
सावन माह की शुरुआत सर्वार्थ सिद्धि योग में होगी। जो शिव भक्तों के लिए विशेष संयोग बना रहा है। इस दौरान रुद्राभिषेक का भी विशेष महत्व है। यहां आपको रुद्राभिषेक की विधि बताते हैं।
रुद्राभिषेक पूजा विधि
- सावन सोमवार को जल्दी उठें और स्नानादि और नित्यकर्मों से निवृत्त हो जाएं।
- शिव मंदिर जाएं अथवा घर के मंदिर में ही विधिपूर्वक शिवलिंग का पूजन करें।
- शिवलिंग का दुग्धाभिषेक इसके बाद गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें।
- शिवलिंग पर चंदन का त्रिपुंड बनाएं और अक्षत और सफेद फूल अर्पित करें।
- शिवलिंग पर बेलपत्र, शमी के पत्ते, धतूरा और फूलों की माला भी अर्पित करें।
- भगवान भोलेनाथ को फल और मिठाई का भोग चढ़ाएं और दीपक लगाएं।
- अंत में परिवार के साथ भगवान शिव की आरती कर, प्रसाद का वितरण करें।
इन बातों का रखें ध्यान
- सावन सोमवार का व्रत रखना चाहिए।
- सावन में मांस-मदिरा का सेवन न करें।
- इस दौरान बुरे विचार मन में न लाएं।
- इस दौरान दान-पुण्य शुभ माना गया है।
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