सावन माह भगवान शिव को समर्पित है। इस दौरान मंदिरों भक्तों की भीड़ उमड़ती और भोलेनाथ का जलाभिषेक किया जाता है। शुभ मुहूर्त में जलाभिषेक करने से भक्तों की न सिर्फ मनोकामनाएं पूर्ण होती है, बल्कि कई संकटों से भी छुटकारा मिलता है। यहां आपको सावन के प्रथम दिन बनने जा रहे शुभ योग और भगवान शिव का जलाभिषेक करने के समय के बारे में बताते हैं।
By Bharat Mandhanya
Publish Date: Tue, 16 Jul 2024 11:14:52 AM (IST)
Updated Date: Tue, 16 Jul 2024 01:27:24 PM (IST)
HighLights
- 22 जुलाई से शुरू होगा सावन
- 29 दिनों का रहेगा सावन माह
- सोमवार से ही होगी शुरुआत
Sawan 2024 धर्म डेस्क, इंदौर। पवित्र सावन माह 22 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। यह महीना भगवान शिव को अति प्रिय है। धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान शिव इस माह धरती पर विचरण करते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। प्रत्येक सावन सोमवार को भगवान शिव के निमित्त व्रत रखना भी शुभ माना गया है। माना जाता है कि इससे भक्तों को भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
इस बार सावन माह 22 जुलाई से 19 अगस्त तक रहेगा। यह माह 29 दिन का होगा और इसमें 5 सावन सोमवार पड़ेंगे। खास बात यह है कि सावन माह की शुरुआत ही सोमवार से होने जा रही है, साथ ही इस दिन कई शुभ योग भी बना रहे हैं।
प्रीति योग
प्रीति योग को पूजा और शुभ कार्यों के लिहाज से उत्तम और श्रेष्ठ माना गया है। यह योग संध्या काल 5:58 तक रहेगा।
आयुष्मान योग
सावन सोमवार पर आयुष्मान योग का भी निर्माण हो रहा है। इसका समापन 23 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 58 मिनट पर होगा। मान्यता है कि इस योग में भगवान शिव का पूजन करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है।
सर्वार्थ सिद्धि योग
हिंदू धर्म में सर्वार्थ सिद्धि योग काफी उत्तम माना गया है। यह सुबह 5 बजकर 37 मिनट से शुरू होगा और रात 10 बजकर 21 मिनट पर इसका समापन होगा। इस दौरान भगवान शिव के साथ माता पार्वती का भी पूजन करना चाहिए।
शिव वास योग
शिव महापुराण के अनुसार शिव वास योग बेहद शुभ है। यह योग दोपहर 1 बजकर 11 मिनट तक रहेगा। इस दौरान भगवान शिव का जलाभिषेक करने से साधकों को शुभ फल प्राप्त होते हैं।
करण योग
सावन के पहले सोमवार पर करण योग का भी निर्माण हो रहा है। कौलव करण योग दोपहर 1 बजकर 11 मिनट तक रहेगा और इसके बाद तैतिल करण योग शुरू हो जाएगा।
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