इस बार श्रावण माह सोमवार से शुरू होकर सोमवार पर ही खत्म होगा। श्रावण मास में प्रदोष काल में शिव पूजन करने पर मनोरथ शीघ्र सिद्ध होते हैं। इस बार सावन माह में 26 जुलाई और 14 अगस्त को सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग बनेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग में किसी भी तरह के अनुष्ठान के लिए मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती है।
By Ekta Sharma
Publish Date: Sat, 20 Jul 2024 10:24:20 AM (IST)
Updated Date: Sat, 20 Jul 2024 10:29:01 AM (IST)
HighLights
- इस बार श्रावण मास कई कारणों से विशेष फलदायी हो गया है।
- सर्वार्थ सिद्धि योग बनने से भक्तों के मनोरथ जल्द पूरे होते हैं।
- सावन 2024 में नौ बार सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग भी बन रहा है।
धर्म डेस्क, इंदौर। Sawan 2024: भगवान शिव को विशेष प्रिय श्रावण मास की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है। यह 19 अगस्त तक चलेगा। पूरे माह भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना, अभिषेक आदि का दौर चलेगा। इसके लिए शिव मंदिरों में तैयारी शुरू हो चुकी है। इस बार श्रावण मास कई कारणों से विशेष फलदायी हो गया है। पांच सोमवार इस बार श्रावण मास में होंगे। पहले और पांचवें सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। साथ ही यह योग पूरे मास में नौ बार बनेगा। पंडितों के अनुसार इस बार श्रावण मास अतिशुभ फलदायी है।
सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण
सर्वार्थ सिद्धि योग बनने से भोले के भक्तों के मनोरथ जल्द पूरे होते हैं। यह योग सभी कार्यों को सिद्ध करने की क्षमता रखता है। पंडितों के अनुसार, कई वर्षों बाद ऐसे योग बन रहे है, जब पवित्र श्रावण माह के दौरान नौ दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।
साथ ही दो बार सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग भी बनेगा। यह योग 26 जुलाई और 14 अगस्त को बनेगा। वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग 22, 28, 30, 31 जुलाई और 2, 4, 10, 18 और 19 अगस्त को बनेगा।
कई वर्षों बाद बन रहे हैं योग
- पंडित विजय अड़िचवाल ने बताया कि सावन सोमवार में एक साथ इतनी बार सर्वार्थ सिद्धि योग कई वर्षों बाद बन रहे हैं।
- इस बार श्रावण मास अति विशेष है। सर्वार्थ सिद्धि योग के दौरान किसी तरह के अनुष्ठान या पूजा-पाठ के लिए मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती है।
- सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग में अनुष्ठान के परिणाम अच्छे मिलते हैं। शहर के शिवालय सज गए हैं।
प्रदोष काल में करें पूजन
पंडित अड़िचवाल ने बताया कि इस श्रावण मास में पांच सोमवार हैं। पहले और अंतिम सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। श्रावण मास में प्रदोष काल में शिव पूजन करने पर मनोरथ शीघ्र सिद्ध होते हैं। प्रदोष काल में विधि-विधान से शिव-पार्वती का पूजन करने से युवतियों का विवाह जल्द हो जाता है और योग्य वर भी मिलता है।
एकेश्वर धाम में होगा महादेव का विशेष श्रृंगार
अभिनंदन नगर स्थित श्री एकेश्वर महादेव मंदिर में श्रावण मास में कई आयोजन होंगे। प्रत्येक सोमवार को भगवान महादेव का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। श्री एकेश्वर महादेव मंदिर समिति के प्रहलाद जायसवाल और आरके खन्ना ने बताया कि मंदिर पर आकर्षक विद्युत सज्जा की जाएगी। प्रत्येक सोमवार को भगवान का विशेष अभिषेक होगा। शाम को महाआरती के बाद प्रसाद वितरित किया जाएगा।
श्रावण माह सोमवार से शुरू होकर सोमवार पर ही खत्म होगाl भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना का दौर पूरे माह चलेगा। श्रावण सोमवार की तिथियां 22 जुलाई, 29 जुलाई, 5 अगस्त, 12 अगस्त, 19 अगस्त।
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