सावन माह में प्रत्येक मंगलवार को मां पार्वती को समर्पित मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। सुहागिन महिलाओं के साथ ही कुंवारी युवतियां भी इस दिन व्रत रखती हैं। इस माह चार मंगला गौरी व्रत रखे जाएंगे। इसकी शुरुआत 23 जुलाई से होगी और अंतिम व्रत 13 अगस्त को रखा जाएगा।
By Bharat Mandhanya
Publish Date: Sun, 07 Jul 2024 02:54:53 PM (IST)
Updated Date: Sun, 07 Jul 2024 02:58:33 PM (IST)
HighLights
- मंगला गौरी व्रत पर मां पवर्ती का होता है पूजन
- सुखमय जीवन के लिए रखा जाता है यह व्रत
- कुंवारी युवतियां भी रखती हैं मंगला गौरी व्रत
Mangla Gauri Vrat 2024 धर्म डेस्क, इंदौर। सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से होगी। सोमवार को भगवान शिव के निमित्त व्रत रख उनका पूजन किया जाएगा। तो वहीं इस माह मंगलवार का भी विशेष महत्व है। यह दिन मां पार्वती को समर्पित है। महिलाएं इस दिन मंगला गौरी का व्रत रखती है।
हिंदू धर्म में मंगला गौरी व्रत को शुभ फलदायी माना गया है। यही कारण है कि महिलाएं इस दिन व्रत रखती है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से वैवाहिक जीवन सुखी रहता है। इस माह मंगला गौरी के चार व्रत रखे जाएंगे।
कब से शुरू होंगे मंगला गौरी व्रत
मंगला गौरी व्रत की शुरुआत सावन शुरू होने के अगले दिन यानी 23 जुलाई से होगी। इस दिन पहला मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा। इसके बाद 30 जुलाई को दूसरा, 6 अगस्त को दूसरा और 13 अगस्त को चौथा और आखिरी मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा। इन सभी दिनों पर मां पार्वती की विशेष पूजा की जाएगी।
कुंवारी युवतियां भी रखती है व्रत
सुहागिन महिलाएं जहां अखंड सौभाग्य की कामना के लिए यह व्रत रखती हैं, तो वहीं कुंवारी युवतियां अच्छे वर की कामना के साथ यह व्रत करती हैं। माना जाता है कि यह व्रत रखने से परिवार में भी सुख शांति बनी रहती है।
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