ज्योतिषियों के अनुसार, महेश नवमी पर दुर्लभ वरियान योग बन रहा है। इसके साथ ही कई अन्य शुभ योग भी बन रहे हैं।
By Ekta Sharma
Publish Date: Wed, 05 Jun 2024 02:31:08 PM (IST)
Updated Date: Wed, 05 Jun 2024 02:31:08 PM (IST)
HighLights
- कार्यों में सफलता पाने के लिए इस दिन व्रत भी रखा जाता है।
- महेश नवमी 15 जून को मनाई जाएगी।
- इस दिन माहेश्वरी समाज के लोग भगवान शिव की विशेष पूजा करते हैं।
धर्म डेस्क, इंदौर। Mahesh Navami 2024: सनातन पंचांग के अनुसार, महेश नवमी 15 जून को पड़ रही है। यह त्योहार हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही कार्यों में सफलता पाने के लिए व्रत भी रखा जाता है।
धार्मिक ग्रंथों में वर्णित है कि माहेश्वरी समुदाय की वंशावली की उत्पत्ति ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुई थी। इसलिए इस दिन माहेश्वरी समाज के लोग भगवान शिव की विशेष पूजा करते हैं। ज्योतिषियों के अनुसार, महेश नवमी पर दुर्लभ वरियान योग बन रहा है। इसके साथ ही कई अन्य शुभ योग भी बन रहे हैं। इन योगों में भगवान शिव की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
वरियान योग
ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर वरियान योग बन रहा है। यह योग शाम 08 बजकर 12 मिनट से बन रहा है। प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा की जाती है। वरियान योग में भी भगवान शिव की पूजा की जा सकती है। इस योग में भगवान शिव की पूजा करने से शुभ परिणाम मिलते हैं।
रवि योग
महेश नवमी पर रवि योग का भी निर्माण हो रहा है। यह योग सुबह 08 बजकर 14 मिनट पर बन रहा है और अगले दिन यानी गंगा दशहरा पर सुबह 05 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होता है। रवि योग में भगवान शिव की पूजा करने से स्वस्थ जीवन का आशीर्वाद मिलता है।
शिव वास योग
ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को शिव वास योग बन रहा है। यह योग पूरे दिन रहेगा। यह योग 16 जून को सुबह 02 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगा। इस योग में भगवान शिव की पूजा करने से भक्त को मनचाहा वर मिलता है। इसके अलावा बालव और कौलव करण का भी योग बन रहा है।
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