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ज्येष्ठ माह को श्रीहरि की पूजा के लिए समर्पित माना जाता है। इस दौरान श्री हरि की विधि-विधान से पूजा की जाए, तो शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
By Ekta Sharma
Publish Date: Sat, 25 May 2024 02:37:05 PM (IST)
Updated Date: Sat, 25 May 2024 02:37:05 PM (IST)
HighLights
- इस दौरान भगवान हनुमान और श्रीहरि की पूजा करने की परंपरा है।
- ज्येष्ठ माह के दौरान सुबह उठकर स्नान कर लें।
- भगवान श्री हरि के भोग में तुलसी के पत्ते जरूर डालें।
धर्म डेस्क, इंदौर। Jyeshtha Month 2024: ज्येष्ठ माह को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह हिंदू कैलेंडर का तीसरा महीना है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों की स्थिति के आधार पर प्रत्येक माह का एक विशेष अर्थ होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान भगवान हनुमान और श्रीहरि की पूजा करने की परंपरा है, तो आइए जानते हैं कि ज्येष्ठ माह में भगवान विष्णु की किस तरह पूजा करनी चाहिए। ज्येष्ठ माह को श्रीहरि की पूजा के लिए समर्पित माना जाता है। इस दौरान श्री हरि की विधि-विधान से पूजा की जाए, तो शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
भगवान विष्णु की ऐसे करें पूजा
ज्येष्ठ माह 2024
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, 24 मई से ज्येष्ठ माह शुरू हो रहा है। वहीं, इसका समापन 22 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन होगा। मान्यता है कि इस दौरान पूजा-पाठ और दान-पुण्य करना लाभकारी होता है। ऐसा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
डिसक्लेमर
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