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हरतालिका तीज व्रत के लिए मध्य प्रदेश के जबलपुर का बाजार कुछ खास है। व्रत अत्यंत खास है। कारण है इस दिन पड़ने वाला हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र व शुभ योग का संयोग। मान्यता है कि इस युति में पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस तिथि का समापन 06 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 01 मिनट पर होगा।
By Surendra Dubey
Publish Date: Fri, 06 Sep 2024 07:48:43 AM (IST)
Updated Date: Fri, 06 Sep 2024 07:48:43 AM (IST)

HighLights
- हस्त व चित्रा नक्षत्र की युति में होगा पूजन।
- नवयुवतियां उपवास रख करेंगी जागरण।
- अगले दिन की सुबह व्रत का पारण होगा।
नईदुनिया, जबलपुर (Hartalika Teej 2024)।बलपुर में महिला वर्ग ने व्रत की पूरी तैयारी कर ली। गुरुवार की रात को ही व्रती महिलाओं ने रामदातौन कर उपवास आरम्भ कर दिया। शुक्रवार की रात को जागरण, भजन, पूजन के बाद शनिवार की सुबह व्रत का पारण होगा। सनातनी स्त्रियों के लिए महत्वपूर्ण माना जाने वाला हरतालिका तीज का व्रत आज शुक्रवार को है। इस साल का हरतालिका तीज व्रत अत्यंत खास है। कारण है इस दिन पड़ने वाला हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र व शुभ योग का संयोग।इस संयोग को बेहद शुभ फलदायक माना जाता है। मान्यता है कि इस युति में पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
उदयातिथि से आज
वैदिक पंचांग के अनुसार इस वर्ष हरतालिका तीज अर्थात भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 5 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट से शुरू हो गई। इस तिथि का समापन 06 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 01 मिनट पर होगा। इस तरह से उदयातिथि के आधार पर हरतालिका तीज का व्रत 06 सितंबर को रखा जाएगा।
मांगेंगी अखंड सौभाग्य
हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत रखा जाता है। यह व्रत हरियाली तीज, कजरी तीज की तरह ही मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाल जीवन के लिए हरियाली तीज का निर्जला व्रत रखती हैं। भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा कर अखंड सौभाग्य की कामना करेंगी। रात भर जागकर भगवान शिव व माता पार्वती के भजन गाएंगी।
संध्या से है पूजन मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य जनार्दन शुक्ला व आचार्य सौरभ दुबे के अनुसार हरतालिका पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 30 मिनट से रात्रि 10 बजे तक रहेगा। इस दौरान हस्त नक्षत्र रहेगा। ज्योतिर्विद शुक्ला ने बताया कि तीज का व्रत शंकर-पार्वती का होता है। इसलिए इसमें पूजन के लिए विशेष मुहूर्त का विचार नहीं किया जाता।तीज व्रत के लिए पूजा का शुभ समय सायंकाल से लेकर अर्धरात्रि तक रहेगा। व्रत में महिलाएं रात्रि जागरण कर चार प्रहर पूजन करती हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार की सुबह अंतिम हवन का मुहूर्त प्रातः 5.20 से 6.44 बजे तक रहेगा।
रामदतौन खूब बिकी
तीज के इस व्रत को करने के लिए महिलाएं सुबह मौन स्नान करती हैं। इसके पूर्व रात्रि को वे रामदातौन कर के सोती हैं और सुबह फिर रामदातौन से ही मुंह धोती हैं। गुरुवार को बाजारों में रामदातौन जमकर बिकी।
श्री पशुपतिनाथ मंदिर रांझी में हरितालिका तीज महोत्सव आज
पशुपतिनाथ मंदिर गोरखा नेपाली समिति, रांझी द्वारा हरितालिका (तीज) महोत्सव शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दौरान मुख्य अतिथि विधाक अशोक रोहाणाी, विशिष्ट अतिथि दामोदर सोनी, शिव यादव, अनुराग दाहिया, राजेश यादव होंगे। समिति के नारायण शंकर, नाथूराम, इंद तिवारी व भागीरथ शर्मा ने महिलाओं से मंदिर में उपस्थित होने की अपील की है। नेपाली गोरखा परिवार की महिलाओं द्वारा तीजा उपवास में पशुपतिनाथ की आराधना करते हुए नेपाली भजन प्रस्तुत किया जाएगा।
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