दीवाली भारत का प्रमुख त्योहार है, इसको लेकर सभी में उत्सुकता होती है। सुबह सफाई, रंगोली और दीप जलाने के साथ पूजा की जाती है। पटाखे फोड़ने से सेकर उपहार तक, दीवाली के दिन सुबह से लेकर शाम तक क्या करें, आइए बताते हैं।
By Neeraj Pandey
Publish Date: Thu, 31 Oct 2024 12:14:25 AM (IST)
Updated Date: Thu, 31 Oct 2024 12:19:57 AM (IST)
HighLights
- दीवाली पर लक्ष्मी पूजा की तैयारी शुभ मुहूर्त से पहले करें
- घर के हर कोने में दीप जलाएं, मिट्टी के दीये उपयोग करें
- पूजा के बाद प्रसाद बांटें, यह सामूहिक एकता का प्रतीक है
धर्म डेस्क, नईदुनिया। दीपावली भारत का महत्वपूर्ण और मनमोहक त्योहार है। यह त्यौहार हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने घरों को दीपों, मोमबत्तियों और रंगोली से सजाते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, परिवार के साथ समय बिताते हैं, मिठाइयां बांटते हैं, जिससे चारों ओर एक खुशनुमा माहौल बनता है। दीपाली पर देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। यह पूजा धन और समृद्धि के लिए होती है। घर के लिए विशेष व्यंजन बनाएं, जिसमें मिठाइयां, नमकीन और अन्य स्वादिष्ट व्यंजन शामिल होते हैं।
लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहुर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 52 मिनट पर शुरू होगी और 01 नवंबर को संध्याकाल 06 बजकर 16 मिनट पर समाप्त होगी। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 31 अक्टूबर को दीवाली मनाई जाएगी। 31 अक्टूबर को लक्ष्मी पूजा के लिए शुभ समय संध्याकाल 05 बजकर 36 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 51 मिनट तक है। इस समय में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा कर सकते हैं।
दीवाली पूजा विधि
दीवाली पर लक्ष्मी पूजा की तैयारी शुभ मुहूर्त से पहले करना जरूरी है। पूजा स्थल को स्वच्छ रखें और एक चौकी पर लाल या सफेद कपड़ा बिछाएं। लक्ष्मी जी और गणेश जी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें। पूजा में शुद्ध जल, अबीर, गुलाल, फूल, नारियल, धूप, और घी का दीपक शामिल करें। भोग में सफेद मिठाई, पंचामृत, गन्ना, केला, सेब, और अमरूद अर्पित करें। आरती के लिए एक अलग थाली में घी का दीपक और कपूर रखें।
परिवार के सभी सदस्य पहले गणेश जी और फिर लक्ष्मी जी की आरती करें और प्रसाद ग्रहण करें। गहनों और रत्नों को भी पूजा में शामिल करें, उन्हें दूध से साफ करके कुमकुम और अक्षत लगाएं। सभी जरूरी सामग्री जैसे मिट्टी के दीपक, कलश, शंख, और फूल एकत्रित करें ताकि पूजा विधिपूर्वक सम्पन्न हो सके।
कैसे मनाएं दीवाली
व्यंजन: खास मिठाइयां, नमकीन और अन्य व्यंजन बनाकर परिवार के साथ आनंदपूर्वक भोजन का लुफ्त उठाएं।
दीप जलाना: घर के हर कोने में दीप जलाएं। दीवाली पर मिट्टी के दीये का उपयोग करें। ये न केवल पर्यावरण को सुरक्षित रखते हैं। दीवाली पर पटाखे फोड़ने से प्रदूषण बढ़ता है इसलिए, पारंपरिक पटाखों का कम उपयोग करें।
खुशियां बांटें: दीवाली का असली जादू उपहारों और खुशियों के बंटवारे में है। मुहुर्त के अनुसार पूजा करने के बाद प्रसाद बांटें। यह दिन सामूहिक एकता का प्रतीक है, जहां परिवार, मित्र और पड़ोसी मिलकर इस पर्व का आनंद लेते हैं।
दीवाली की शुभकामनाएं
1. जीवन का अंधेरा दूर हो,
हर खुशियां द्वार पर दस्तक दे,
छा जाए रौनक आपके घर,
यह शुभ दीवाली ऐसी हो।
मेरे दोस्त को दीवाली की दिल से बधाई!
2. दीपवाली का त्योहार है आया
संग अपने खुशियों की सौगात लाया
बनी रहे जीवन में सुख-शांति
घर में खुशियों का वास हो
आपके परिवार के लिए यह दीवाली खास हो!
हैप्पी दीवाली!
3- दीपों की रौशनी से सज जाए हर घर,
खुशियों से भर जाए दिल और नजर।
हर ख्वाब हो सच, हर मनोकामना पूरी,
आपको और आपके परिवार को दीवाली मुबारक।
4- अंधेरों को छोड़कर आओ, रौशनी की ओर बढ़ें,
दीवाली का त्योहार है, खुशियों से सबको भर दें।
प्यार और भाईचारे की खुशबू फैलाएं,
सभी को दीवाली की शुभकामनाएं।
5 दीप जलाएं, मिठाई बांटें, खुशियाँ मनाएं,
सुख, शांति और समृद्धि की नई राहें अपनाएं।
दीवाली पर खुशियों का संगम हो,
आपके जीवन में हमेशा रौशनी हो।
दीवाली पर कहां करें निवेश
सोने में निवेश करना कई फायदे प्रदान करता है। यह सदियों से बहुमूल्य रहा है और आर्थिक अनिश्चितता के समय सुरक्षित आश्रय बनता है। सोना आपके निवेश पोर्टफोलियो में विविधता लाता है, जिससे रिस्क प्रबंधन बेहतर होता है। युद्ध या तनाव के समय सोने की कीमतें बढ़ती हैं, जो शेयर बाजार में गिरावट की भरपाई करती हैं।
इसके अलावा, गोल्ड के माध्यम से कर्ज लेना आसान होता है, क्योंकि बैंक और नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां इसे सुरक्षित मानती हैं। सोना मुद्रास्फीति के खिलाफ भी एक मजबूत सुरक्षा कवच है, जिससे निवेशकों को स्थिरता मिलती है।
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