इस दिन भगवान बुद्ध की पूजा की जाती है। इस दिन लोग गंगा सहित पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। पूजा-पाठ और दान-पुण्य भी किए जाते हैं।
By Ekta Sharma
Publish Date: Mon, 22 Apr 2024 05:37 PM (IST)
Updated Date: Mon, 22 Apr 2024 05:37 PM (IST)
HighLights
- हर साल वैशाख पूर्णिमा की तिथि पर बुद्ध जयंती मनाई जाती है।
- इसी दिन ज्ञान की प्राप्ति और परिनिर्वाण हुआ था।
- बुद्ध पूर्णिमा 23 मई को मनाई जाएगी।
धर्म डेस्क, इंदौर। Buddha Purnima 2024: हर माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन पूर्णिमा तिथि पड़ती है। अत: वैशाख पूर्णिमा 23 मई को पड़ रही है। इसे बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान बुद्ध का जन्म वैशाख पूर्णिमा तिथि को हुआ था। कहा जाता है कि इसी दिन ज्ञान की प्राप्ति और परिनिर्वाण हुआ था। इसलिए हर साल वैशाख पूर्णिमा की तिथि पर बुद्ध जयंती मनाई जाती है। इस दिन भगवान बुद्ध की पूजा की जाती है। इस दिन लोग गंगा सहित पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। पूजा-पाठ और दान-पुण्य भी किए जाते हैं। आइए जानते हैं बुद्ध पूर्णिमा की तिथि, शुभ मुहूर्त और योग।
बुद्ध पूर्णिमा शुभ मुहूर्त
बुद्ध पूर्णिमा 22 मई को शाम 6.47 बजे शुरू होगी और अगले दिन यानी 23 मई को शाम 7.22 बजे समाप्त होगी। सनातन धर्म में उदया तिथि महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसलिए बुद्ध पूर्णिमा 23 मई को मनाई जाएगी।
ज्योतिषियों के मुताबिक, बुद्ध पूर्णिमा पर भद्रवास योग बन रहा है। इस योग का प्रशिक्षण शाम 07:09 बजे तक रहेगा। इस दौरान भद्रा स्वर्ग लोक में रहेंगी। शास्त्रों में बताया गया है कि भद्रा के पाताल और स्वर्ग लोक में रहने के दौरान मनुष्य का कल्याण होता है।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय : सुबह 05:26 मिनट पर।
- सूर्यास्त : शाम 07:10 मिनट पर।
- चन्द्रोदय : शाम 07:12 मिनट पर।
पंचांग
- ब्रह्म मुहूर्त : सुबह 04:04 मिनट से 05:45 मिनट तक।
- विजय मुहूर्त : दोपहर 02:35 मिनट से 03:30 मिनट तक।
- गोधूलि मुहूर्त : शाम 07:08 मिनट से 07:29 मिनट तक।
- निशिता मुहूर्त : रात्रि 11:57 मिनट से 12:38 मिनट तक।
अशुभ समय
- राहुकाल : दोपहर 02:01 मिनट से 03:44 मिनट तक।
- गुलिक काल : दोपहर 08:52 मिनट से 10:35 मिनट तक।
- दिशा शूल : दक्षिण
डिसक्लेमर
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