[ad_1]
सालाना अमरनाथ यात्रा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हर बार की तरह इस बार भी सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त हैं। यात्रियों के दल बेस कैंप पहुंचने लगे हैं। यहां से टुकड़ों में ऊपर की ओर भेजा जाएगा। अमरनाथ यात्रा रक्षा बंधन की दिन सम्पन्न होती है।
By Ekta Sharma
Publish Date: Wed, 26 Jun 2024 10:29:38 AM (IST)
Updated Date: Wed, 26 Jun 2024 01:14:18 PM (IST)

HighLights
- 29 जून से होने जा रही है अमरनाथ यात्रा।
- रजिस्ट्रेशन के लिए जारी किए जाएंगे टोकन।
- जम्मू में कई निर्धारित केंद्रों पर सुविधा उपलब्ध।
धर्म डेस्क, इंदौर। Amarnath Yatra 2024: अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 29 जून से होने वाली है। यह यात्रा 19 अगस्त तक चलेगी। इसके लिए 28 जून को पहला जत्था जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से कश्मीर घाटी के लिए रवाना होगा। प्रशासन की तरफ सभी इंतजाम किए जा चुके हैं। वहीं, आज से अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं। आज टोकन जारी कर दिए जाएंगे और गुरुवार से तत्काल रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध होगी। जम्मू में विभिन्न निर्धारित केंद्रों पर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध की गई है।
ये दस्तावेज होना जरूरी
अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वाले यात्रियों के लिए ठहरने, भोजन और चिकित्सा सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करते समय कुछ आवश्यक दस्तावेजों की जरूरत होती है। साथ ही रजिस्ट्रेशन के दौरान निर्धारित शुल्क का भुगतान करना आवश्यक होता है। इस शुल्क का उपयोग यात्रा के प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था के लिए किया जाता है।
अमरनाथ यात्रा रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट फोटो आदि की दस्तावेजों की जरूरत होगी। साथ ही किसी मान्यता प्राप्त डॉक्टर द्वारा जारी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र अनिवार्य है।
फिलहाल, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों की पहली प्राथमिकता कठिन इलाके से होकर गुजरने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। पुलिस ने अमरनाथ बेस कैंप के आसपास तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है।
#WATCH | Jammu, J&K: Offline registration for Amarnath Yatra begins; a huge rush of piligrims seen for registration.
Amarnath Yatra will begin on 29th June this year. pic.twitter.com/tJmfh8lxm5
— ANI (@ANI) June 26, 2024
ड्रोन कैमरों से होगी निगरानी
अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को कई किलोमीटर खतरनाक रास्तों से गुजरना पड़ता है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए देशभर से अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाएगा। साथ ही जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। सभी इलाकों पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
यह सुनिश्चित किया जाएगा कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। भोजन और पेय सहित विभिन्न सेवाएं दी जाएंगी। बेस कैंप में श्रद्धालुओं को बिस्तर उपलब्ध कराया जाएगा। बता दें कि 22 जून को बाबा बर्फानी की प्रथम पूजा के साथ अमरनाथ तीर्थ यात्रा (Amarnath Yatra) की औपचारिक शुरुआत कर दी गई थी।
[ad_2]
Source link