Vijaya Ekadashi 2024: विजया एकादशी के दिन क्या करें और क्या न करें? जानिए इस व्रत से जुड़े नियम


इस बार विजया एकादशी 6 मार्च को पड़ रही है। धार्मिक मान्यता है कि विजया एकादशी के दिन कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।

By Ekta Sharma

Publish Date: Sun, 03 Mar 2024 05:59 PM (IST)

Updated Date: Sun, 03 Mar 2024 05:59 PM (IST)

Vijaya Ekadashi 2024

HighLights

  1. कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है।
  2. भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा विधि-विधान से करनी चाहिए।
  3. इस दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए।

धर्म डेस्क, इंदौर। Vijaya Ekadashi 2024: भगवान विष्णु को एकादशी तिथि प्रिय मानी जाती है। हर माह की कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत भी रखा जाता है। माना जाता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है।

इस बार विजया एकादशी 6 मार्च को पड़ रही है। धार्मिक मान्यता है कि विजया एकादशी के दिन कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। वरना भगवान विष्णु क्रोधित हो जाते हैं और कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आइए, जानते हैं कि विजया एकादशी के दिन क्या करें और क्या न करें।

विजया एकादशी शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, विजया एकादशी तिथि 6 मार्च को सुबह 6.30 बजे शुरू होगी। यह अगले दिन यानी 7 मार्च को सुबह 04:13 बजे समाप्त होगी। ऐसे में विजया एकादशी का व्रत 6 मार्च को रखा जाएगा।

विजया एकादशी के दिन करें ये कार्य

  • इस दिन की शुरुआत भगवान विष्णु के ध्यान से करनी चाहिए।
  • भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा विधि-विधान से करनी चाहिए।
  • आखिर में भगवान विष्णु को विशेष चीजों का भोग लगाएं।
  • इस दिन लोगों को अपनी श्रद्धा के अनुसार दान करना चाहिए।
  • व्रत के दौरान भजन-कीर्तन जरूर करना चाहिए।

विजया एकादशी के दिन न करें ये कार्य

  • इस दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • इस दिन किसी भी वाद-विवाद से बचना चाहिए।
  • व्रत करने वाले व्यक्ति को दिन में सोना नहीं चाहिए।
  • इस दिन बुजुर्गों और महिलाओं का अपमान नहीं करना चाहिए।
  • इसके अलावा किसी के बारे में बुरा नहीं बोलना चाहिए।
  • इस दिन काले कपड़े पहनने से बचना चाहिए।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

  • ABOUT THE AUTHOR

    एकता शर्मा नईदुनिया डिजिटल में सब एडिटर के पद पर हैं और बीते 2 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। डिजिटल मीडिया में काम करने का अनुभव है। साल 2022 से जागरण न्यू मीडिया (JNM) से जुड़ी हैं और Naiduni



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