क्या रात को अचानक से कभी आंखों खुली हो और आपको ऐसा लगा हो कि आपका पूरा शरीर अकड़ गया है। आप हाथ-पैर और शरीर के बाकी हिस्सों का हिलाने की कोशिश तो कर रहे हैं, लेकिन वो आपका साथ नहीं देता है। भारत में आधी रात को अगर किसी व्यक्ति के साथ यह स्थिति होती है, तो लोग इसे भूत-प्रेत और आत्मा से जोड़कर देखते हैं। लेकिन मेडिकल साइंस की मानें तो यह स्लीप पैरालिसिस की स्थिति है। स्लीप पैरालिसिस क्या है और यह कितने प्रकार का होता है। आज इस लेख में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के सीनियर न्यूरोसाइंस कंसलटेंट डॉ. अनूप कुमार ठाकर से बात की।
स्लीप पैरालिसिस क्या है?- What is sleep paralysis?
स्लीप पैरालिसिस एक ऐसी डरावनी और खतरनाक स्थित होती है जिसमें आदमी कुछ देर के लिए ऐसी अवस्था में चला जाता है जिसमें उसका दिमाग तो काम कर रहा होता है पर उसका शरीर साथ नहीं दे रहा होता, या आसान शब्दों में समझें तो इस स्थिति में व्यक्ति ना तो पूरी तरह से जगा हुआ होता है और न पूरी तरह से नींद में सोया हुआ। इस दौरान इंसान चाहे कितना भी कोशिश क्यों न कर ले पर वो चाह कर भी किसी को मदद के लिए बुला नहीं सकता क्यों कि इस स्थिति में उसके शरीर के दिमाग का तो हिस्सा जाग्रत रहता है पर शरीर पूरी तरह से शून्य की स्थिति में बना रहता है।
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स्लीप पैरालिसिस के प्रकार- Types of sleep paralysis in Hindi
डॉ. अनूप कुमार ठाकर के अनुसार स्लीप पैरालिसिस मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
आइसोलेटेड स्लीप पैरालिसिस: स्लीप पैरालिसिस तब आइसोलेटेड होता है जब यह नार्कोलेप्सी या अन्य नींद संबंधी विकारों के किसी अन्य लक्षण के बिना दिखाई देता है। नार्कोलेप्सी एक न्यूरोलॉजिकल विकार है जिसमें व्यक्ति किसी भी समय अचानक गहरी नींद में जा सकता है।
आवर्ती स्लीप पैरालिसिस: इस स्थिति में समय के साथ कई स्लीप पैरालिसिस एक अटैक एक साथ अनुभव होता है।
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स्लीप पैरालिसिस की समस्या कब कब होती है ?
स्लीप पैरालिसिस की समस्या एक दिमागी बीमारी है और जब आदमी मेंटली प्रेशर में होता है तभी ये इस बीमारी को बढ़ावा मिलता है हालांकि ये बिमारी तीन स्थितियों में उत्पन्न होती है पहली जब आदमी सोने की कोशिश करता है तो उसी दरम्यान नींद के शुरुआती चरण में ही स्लीप पैरालिसिस की समस्या उत्पन्न हो सकती है, वहीं दूसरी स्थिति तब बनती है जब व्यक्ति गहरी नींद में होता है और फिर अचानक से वो जग जाता है और घबराहट में उसे स्लीप पैरालिसिस हो जाता है वहीं तीसरी स्थिति में तब स्लीप पैरालिसिस होती है जब आदमी अत्यधिक काम करने से थक जाता है और अचानक उसे झपकी आ जाती है।
स्लीप पैरालिसिस का इलाज क्या है?
आपको सोने से पहले एकदम रिलैक्स होना पड़ेगा इसके लिए आप थोड़ी देर ध्यान भी लगा सकते हैं किसी भी प्रकार की आर्थिक और सामाजिक परेशानी को सोने से पहले ना सोचें क्यों कि फिर आपके नींद पर फर्क पड़ेगा और इससे नुकसान सिर्फ आपको ही होगा।
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आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में आपको शरीर के साथ साथ मेंटल हेल्थ पर भी ध्यान देना होगा जिसके लिए आप योग, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम एक बेहतर जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
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