रूटीन में एक्सरसाइज़ करना शरीर को एक्टिव और हेल्दी बनाता है। इसके अलावा खासतौर से सर्दियों में शरीर में बढ़ने वाली ऐंठन की समस्या भी हल हो जाती है। साथ ही मौसम बदलने के साथ बढ़ने वाली सुस्ती को भी कम किया जा सकता है।
सर्दियों के दिनों में ठंडी हवाएं और सूरज की कम रोशनी सुस्ती का कारण बनने लगती है। ऐसे में वर्कआउट रूटीन पूरी तरह से अव्यवस्थित और अनियमित हो जाता है। फिटनेस रूटीन पर डटे रहने के लिए लोग कईतरह के प्रयास करते है और मन को समझाकर दिनचर्या की शुरूआत करते है। मगर उसके फॉलो नहीं कर पाते हैं। अगर आप भी ऐसी ही समस्या से दो चार हो रहे हैं, तो कुछ बातों का ख्याल रखना आवश्यक है। जानते हैं जब आप वर्कआउट करने के मूड में न हों तो व्यायाम करने के लिए किन टिप्स (tips to stay motivated to exercise) की लें मदद।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार वर्कआउट से पहले इस बात को तय कर लें कि आप कितनी देर तक और कहाँ व्यायाम करेंगे। रिसर्च के अनुसार 10 मिनट की प्लानिंग से कि शारीरिक गतिविधि नियमित बनी रहती है और शरीर भी स्वस्थ रहता है।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार सप्ताह भर में कम से कम 150 मिनट की मध्यम गतिविधि करना शरीर को फायदा पहुंचाता है।ये गतिविधि प्रतिदिन 20 मिनट की जाने वाली एक्सरसाइज़ से बेहतर है। इसके लिए सप्ताह में दो या तीन छोटी गतिविधि से शरीर को फायदा मिलता है।
व्यायाम शरीर के लिए क्यों है ज़रूरी (Importance of exercise for body)
इस बारे में फिटनेस एक्सपर्ट पूजा मलिक बताती हैं कि रूटीन में एक्सरसाइज़ करना शरीर को एक्टिव और हेल्दी बनाता है। इसके अलावा खासतौर से सर्दियों में शरीर में बढ़ने वाली ऐंठन की समस्या भी हल हो जाती है। दरअसल, एक्सरसाइज़ करने से शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन का रिलीज़ बढ़ जाता है। इससे ऊर्जा का स्तर उचित बना रहता है। साथ ही मौसम बदलने के साथ बढ़ने वाली सुस्ती को भी कम किया जा सकता है। दिनभर में 30 मिनट एक्सरसाइज़ के लिए अवश्य निकालें।
मूड न होने पर इन टिप्स से फिटनेस रूटीन को रखें जारी (tips to stay motivated to exercise)
1. छोटे और आसान गोल्स सेट करें
कैलोरीज़ को बर्न करने के लिए बहुत बार खुद के लिए व्यक्ति बड़े और अनरियलिस्टिक गोल्स सेट कर लेता है। ऐसे में लक्ष्य पूरान हो पाने की चिंता भी वर्कआउट से दूरी बना लेने का कारण बनने लगती है। ऐसे में आसान गोलस सेट करें और फिर धीरे धीरे उसकी लिमिट को बढ़ाते जाएं। इससे मोटिवेशन बना रहता है और व्यायाम नियमित रहता है।
2. 3 गुणा 10 के रूल को फॉलो करें
एक्सरसाइज न कर पाने के कारण निराश होन की जगह उसे अन्य वर्कआउट से रिप्लेस कर लें। इसके लिए 3 बाय 10 के रूप को फॉलो करें। इसके चलते व्यक्ति दिन में 3 बार 10 मिनट एक्सरसाइज़ करता है। इसके अलावा एक वक्तकी वॉक को स्क्वैट्स, क्रचिज़ और पुश अप्स से भी रिप्लेस कर सकते है। इससे व्यायाम में नयापन महसूस होने लगता है।
3. पार्टनर के साथ करें व्यायाम
फिटनेस रूटीन पार्टनर की मदद से व्यक्ति खुद को व्यायाम करने के लिए मोटिवेट करने लगता है। इससे वर्कआउट को मिस करने की समस्या हल हो जाती है। इसमें व्यक्ति अन्य से पहले अपने टारगेट्स को अचाव करने की कोशिश करता है। इससे दो लोगों के मध्य एक कमिटमेंट बना रहता है। इससे व्यक्ति तेज़ी से लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।
4. वेटलॉस की जगह एनजॉयमेंट पर फोकस करें
अगर आपका मन बेचैन है और वर्कआउट के लिए खुद को नहीं मना पा रहे हैं, तो आसान एक्सरसाइज से शुरूआत करें। इससे खुद को एगेंज रखने में मदद मिलती है और व्यक्ति खुशी का अनुभव करता है। इससे शरीर भी एक्टिव रहता है। साथ ही शरीर में बढ़ने वाली थकान को भी कम किया जा सकता है।
5. वॉर्म अप करना न भूले
व्यायाम से पहले शरीर को एक्टिव करने के लिए वॉर्म अप करें। इससे शरीर में बढ़ने वाली सुस्ती और बार बार नींद आने की समस्या हल हो जाती है। ऐसे में कोई भी एक्सरसाइज़ या योग से पहले वॉर्म अप ज़रूर करें इससे शरीर को चोटिल होने का खतरा कम हो जाता है। साथ ही मांसपेशियों की ऐंठन को दूर किया जा सकता है।
6. कुछ दिन का ब्रेक लें
अपने आप को एक्टिव रखने के लिए किए जाने वाला वर्कआउट कई बार थकान का कारण बनने लगता है। ऐसे में कुछ दिन के गैप के बाद एक्सरसाइज़ करने से शरीर पूरी एनर्जी के साथ शुरूआत के लिए तैयार हो जाता है।
7. मुश्किल व्यायाम को आसान एक्सरसाइज़ से रिप्लेस करें
दिन की शुरूआत किसी कठिन व्यायाम से करने से जल्दी थकान का अनुभव हाने लगता है। ऐसे में वॉर्मअप करने के बाद ही व्यायाम की शुरूआत करें। साथ ही मुश्किल एक्सरसाइज़ को आसान एक्सरसाइज़ से रिप्लेस करें। इससे शरीर एक्टिव रहता है और पोश्चर में सुधार आने लगता है।
8. इनडोर एक्सरसाइज़ चुनें
ठंडी हवा के कारण बाहर निकलने से अगर आप कतरा रहे हैं, तो आउटडोर की जगह इनडोर एक्सरसाइज़ को प्रमुखता दें। इससे शरीर में बढ़ने वाली ऐंठन को भी कम किया जा सकता है। साथ ही फिटनेस रूटीन में बाधा का सामना नहीं करना पड़ता है। वे लोग जो वॉकिंग,रनिंग या जॉगिंग के लिए सुबह निकलते हैं। उन्हें वर्कआउट रूटीन में स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ को शामिल कर लेना चाहिए।