कंक्रीट में सुपरप्लास्टिसाइज़र – Drishti IAS


कंक्रीट में सुपरप्लास्टिसाइज़र

स्रोत: प्रेस रीडर

कंक्रीट में सुपरप्लास्टिसाइज़र को अक्सर ड्राई-प्रेस्ड कंक्रीट में जोड़ा जाता है ताकि इसके साथ काम करना आसान हो और इसके घनत्व तथा सतह की गुणवत्ता में सुधार हो सके। 

  • कंक्रीट में सुपरप्लास्टिसाइज़र सल्फोनेटेड मेलामाइन फॉर्मेल्डिहाइड कंडेनसेट अथवा सल्फोनेटेड नेफ्थलीन फॉर्मेल्डिहाइड कंडेनसेट हैं।
  • यह एक योजक है जो कंक्रीट में जल की मात्रा को कम करता है।
  • कंक्रीट के स्थायित्व को निर्धारित करने में जल-सीमेंट अनुपात एक महत्त्वपूर्ण कारक है क्योंकि कंक्रीट की अभेद्यता, शक्ति और स्थायित्व जल-सीमेंट अनुपात के समानुपाती होते हैं।  
  • सीमेंट के कणों के बीच आकर्षण के कारण जब कण निकट आते हैं तो वे साधारण सीमेंट के पेस्ट में एक साथ चिपक जाते हैं। जिससे पता चलता है कि इसमें आवश्यकता से अधिक जल मिलाने की आवश्यकता है।
    • कंक्रीट के अवयवों को मिलाने के उचित चरण में कंक्रीट में सुपरप्लास्टिसाइज़र जोड़कर इन्हें दूर किया जा सकता है, जो सीमेंट कणों के अंतर-कणीय आकर्षण को कम करता है।

  • यह सीमेंट कणों के बीच अंतर-कणीय आकर्षण को कम करने और कम जल के साथ सीमेंट कणों को विस्तृत करने में सहायता करता है।
  • कंक्रीट में सुपरप्लास्टिसाइज़र का उपयोग दुर्गम स्थानों में “फ्लोइंग” कंक्रीट के उत्पादन में किया जाता है और बड़े पैमाने पर कंक्रीट में जलयोजन की ऊष्मा को निम्न करने के क्रम में उपयुक्त जल/सीमेंट अनुपात के साथ उच्च मज़बूती वाले कंक्रीट के उत्पादन में भी इसका उपयोग किया जाता है।

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