सुनील दत्त उर्फ बलराज ने फिल्म ‘रेलवे प्लेटफॉर्म’ से अपनी शुरुआत की और नरगिस और राजेंद्र कुमार स्टारर क्लासिक फिल्म ‘मदर इंडिया’ से नेम फेम हासिल किया था। आज दिवंगत अभिनेता सुनील दत्त की 19वीं डेथ एनिवर्सरी है। 50 के दशक में अपने रौबदार अंदाज और लुक्स से सभी का दिल जीत चुके बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर सुनील दत्त बेहतरीन एक्टर के साथ-साथ जिंदादिल इंसान थे। आज भले ही वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके दिलचस्प किस्से आज भी लोगों के जेहन में बसे हुए है। हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता परेश रावल और सुनील दत्त की दोस्ती के बारे में कौन नहीं जानता था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि निधन के पहले संजय दत्त के पिता ने उन्हें एक खत भेजा था।
सुनील दत्त ने परेश रावल को लिखा थी चिट्ठी
एक्टर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, राजनेता और सोशल वर्कर सुनील दत्त फिल्म इंड्सट्री का एक ऐसा चेहरा थे जो अपने आप में एक हस्ती हुआ करते थे। अपने जमाने के मशहूर और उम्दा कलाकारों में से एक सुनील ने अपने निधन से पहले परेश रावल को एक लेटर लिखी थी। इस चिट्ठी को 30 मई 2018 को परेश ने अपने जन्मदिन के मौके पर सोशल मीडिया पर शेयर किया था। सुनील दत्त ने लेटर में लिखा था, ‘प्रिय परेश जी, 30 मई को आपका बर्थडे आने वाला है। मैं आपकी लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करता हूं। भगवान आपको और आपके परिवार को दुनिया की सारी खुशियां दे।’
मौत के बाद भी परेश रावल ने निभाई दोस्ती
बता दें कि सुनील दत्त के बेटे संजय दत्त की बायोपिक ‘संजू’ में परेश ने उनके पिता का रोल किया था। बॉलीवुड की धमाकेदार एक्शन फिल्म ‘विरोध’ में परेश रावल और सुनील दत्त लीड रोल में दिखाई दिए थे। अपनी बेहतरीन अदाकारी से उन्होंने करोड़ों फैंस का दिल जीता। बहुत कम लोग जानते हैं कि एक्टर महज 5 साल के थे जब उनके पिता का निधन हो गया था और से की तंगी को देखते हुए अभिनेता ने बस में कंडक्टर की नौकरी शुरू कर दी थी। कई मूवी में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके परेश रावल आज भी अपने दोस्त को याद कर फूट-फूटकर रोने लगते हैं।
सुनील दत्त के बारे में
बात करें दिवंगत अभिनेता सुनील दत्त के करियर की तो उन्हें 1957 में रिलीज हुई फिल्म ‘मदर इंडिया’ से खूब नेम फेम मिला था। इसके बाद उन्होंने ‘साधना’, ‘इंसान जाग उठा’, ‘मुझे जीने दो’,’खानदान’ सहित कई मूवी में शानदार अभिनय कर तारीफ बटोरी थी। 48 सालों के एक्टिंग करियर में एक्टर को फिल्मफेयर, नेशनल अवॉर्ड, राजीव गांधी अवॉर्ड जैसे करीब 12 अवॉर्ड से नवाजा गया था।