मुंबई: एक्ट्रेस नोरा फतेही ने हाल ही में एक इंटरव्यू में फेमिनिज्म को लेकर चर्चा की थी। इस दौरान उन्होंने फेमिनिज्म को बकवास बताया। इसके बाद अब एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे, जयदीप अहलावत और श्रिया पिलगांवकर ने फेमिनिज्म का सही मतलब बताते हुए अपने विचार रखे हैं।
फेमिनिज्म परं नोरा फतेही का बयान
नोरा फतेही ने इंटरव्यू में कहा था कि मैं नारीवाद पर विश्वास नहीं करती हूं। असल में मुझे लगता है कि नारीवाद ने समाज को खत्म कर दिया है। इस एरा ने मर्दों का भी ब्रेनवॉश कर दिया है। नोरा के बयान पर ‘द ब्रोकन न्यूज’ की स्टार कास्ट ने अपना रिएक्शन शेयर किया।
सोनाली बेंद्रे ने बताया फेमिनिज्म का सही मतलब
सोनाली बेंद्रे ने कहा कि फेमिनिज्म का सही मतलब लोगों को नहीं पता है, इसलिए इसकी गलत परिभाषा समाज में फैली हुई है। फेमिनिज्म का मतलब पुरुष-आलोचना नहीं है। हम और आप समान अधिकार चाहते हैं, तो इसमें गलत क्या है। तराजू के बैलेंस को बनाए रखने को फेमिनिज्म कहा जाता है और ये समझाना होगा, जिससे समस्या नहीं होगी।
श्रिया के बात पर जयदीप ने सहमति जाहिर की
सोनाली बेंद्रे के बाद श्रिया पिलगांवकर ने बताया कि लोगों ने नारीवाद की परिभाषा को गूगल पर नहीं खोजा है। फेमिनिज्म समान अधिकार की बात करता है और मुझे लगता है कि अनजाने में बहुत से लोग पहले से ही नारीवादी हैं, लेकिन वे किसी तरह खुद को ऐसा नहीं कहते क्योंकि उन्हें लगता है कि फेमिनिज्म सिर्फ हक की बात करता है। श्रिया की बात से जयदीप अहलावत ने सहमति जाहिर की।