स्पेसडॉटकॉम ने आईएसएस के मौजूदा ट्रैक से पता लगाया है कि अंतरिक्ष यात्रियों को ग्रहण देखने के तीन मौके मिलेंगे। नासा के अनुसार, अंतरिक्ष यात्री प्रशांत महासागर के ऊपर आंशिक ग्रहण देखेंगे। वो कैलिफोर्निया और इडाहो पर लगने वाले ग्रहण को भी देख पाएंगे। इसके अलावा दोपहर के बाद वो मेन और न्यू ब्रंसविक पर ग्रहण को देखेंगे।
पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा पृथ्वी पर पड़ने वाली सूर्य की रोशनी को पूरी तरह से रोक देता है। इस वजह से अंधेरा छा जाता है। 8 अप्रैल को लगने वाला ग्रहण अमेरिका, मैक्सिको और कनाडा के कई शहरों से देखा जा सकेगा। आईएसएस के अलावा नासा के GOES-16 और GOES-18 सैटेलाइट भी पूर्ण सूर्य ग्रहण को कैमरे में कैद करेंगे। वो सूर्य के सामने से गुजरने वाली चंद्रमा की डिस्क को कैप्चर करेंगे।
सूर्यग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
सूर्यग्रहण के दौरान कई बातों का ध्यान रखने की जरूरत है। विशेषतौर पर ग्रहण को नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए। ग्रहण के लिए नॉर्मल सनग्लास का इस्तेमाल भी काफी नहीं है। ग्रहण के लिए खासतौर पर बनाए जाने वाले चश्मे यूज करने चाहिए, जो ISO 12312-2 इंटरनेशनल स्टैंडर्ड वाले होते हैं।
अगर आप कैमरा, टेलीस्कोप या दूरबीन की मदद लेकर ग्रहण देखना चाहते हैं, तो वह भी नुकसान देह हो सकता है। सूर्य की किरणें आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। फॉक्सवेदर की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रहण देखने वाला चश्मा पहनकर गाड़ी नहीं चलानी चाहिए। इससे ड्राइविंग में परेशानी हो सकती है।
अगर आप ग्रहण को लाइव देखने के लिए अमेरिका, मैक्सिको या कनाडा जाने वाले हैं, तो समय से पहले तय जगह पर पहुंच जाएं। ऐन वक्त पर पहुंचने पर सड़कों में लगने वाला जाम आपको परेशान कर सकता है। जरूरी ना हो तो ग्रहण के समय घर के अंदर रहें बिना वजह सूर्य के संपर्क में आने से बचें।