सामान्य तौर पर वेजाइनल डिसचार्ज ऑफ व्हाइट रंग का होता है और इसमें से कुछ खास गंध नहीं आती। पर कई बार इसकी रंगत, गंध और कंसिस्टेंसी बदली हुई नजर आती है। सामान्य से अलग वेजाइनल डिसचार्ज योनि संक्रमण सहित कई अन्य परेशानियों का संकेत हो सकते हैं।
वेजाइनल डिसचार्ज महिलाओं की योनि के लिए जरूरी है। यह योनि को पर्याप्त नमी प्रदान करता है, साथ ही साथ संक्रमण से बचाता है। इतना ही नहीं वेगेनल डिस्चार्ज महिलाओं की सेहत का हाल भी बताता है। सामान्य तौर पर वेजाइनल डिसचार्ज ऑफ व्हाइट रंग का होता है और इसमें से कुछ खास गंध नहीं आती। पर कई बार इसकी रंगत, गंध और कंसिस्टेंसी बदली हुई नजर आती है। सामान्य से अलग वेजाइनल डिसचार्ज योनि संक्रमण सहित कई अन्य परेशानियों का संकेत हो सकते हैं। कई बार वेजाइनल डिस्चार्ज से बहुत तेज और असामान्य गंध आता है (Smelly vaginal discharge)।
क्या आपकी योनि से भी असामान्य गंध आता है? यदि हां, तो क्या आपने कभी इसका कारण जानने की कोशिश की है? यदि नहीं! तो डॉ. आस्था दयाल , डायरेक्टर – आब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजी, सी के बिरला हॉस्पिटल गुरुग्राम ने योनि डिस्चार्ज के कारण बताते हुए इसे अवॉइड करने के कुछ टिप्स भी दिए हैं। तो चलिए जानते हैं, योनि डिस्चार्ज के गंध (Smelly vaginal discharge) को अवॉइड करने के टिप्स।
जानते हैं वेजाइनल डिसचार्ज से गंध आने के कारण (causes of Smelly vaginal discharge)
1. बैक्टीरियल वेजिनोसिस
जैसा कि आप जानती होंगी वेजाइना पर हेल्दी और अनहेल्दी दोनों प्रकार के बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। जब अनहेल्दी बैक्टीरिया का ग्रोथ अधिक बढ़ जाता है, और बैक्टीरियल संतुलन बिगड़ जाता है, तो बैक्टीरियल वेजिनोसिस की स्थिति पैदा होती है। यह एक प्रकार का संक्रमण है, जिसकी वजह से वेजाइनल डिस्चार्ज का गंध बढ़ जाता है (Smelly vaginal discharge)।
2. सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इनफेक्शन
सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इनफेक्शन कई प्रकार के होते हैं, उन्ही में से एक प्रकार है ट्रिकोमोइसीस, जिसके कारण वेजाइनल डिसचार्ज से बेहद हार्ड स्मेल आना शुरू हो जाता है।
3. पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिजीज
पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिजीज की वजह से वेजाइनल डिसचार्ज की गंध, रंग और कंसिस्टेंसी में बदलाव देखने को मिल सकता है। इस दौरान पेट में दर्द और भारीपन महसूस होता है। इसे ट्रीट करवाना जरूरी है, अन्यथा यह अन्य कई परेशानियों को जन्म दे सकता है।
4. हार्मोनल बदलाव
शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलाव की वजह से भी यानी डिस्चार्ज का पैटर्न बदला जाता है विशेष रूप से फ्री मेनोपॉज और मेनोपॉज के दौरान वेजाइनल डिसचार्ज से काफी ज्यादा गंध आती है। वहीं जो महिलाएं सामान्य रूप से हार्मोनल इंबैलेंस से जूझ रही हैं, उनके वेजाइना से भी गंध आती है।
5. मेंस्ट्रुएशन में दौरान
पीरियड्स का अपना एक अलग गंध होता है, इसके साथ जी इस दौरान हाइजीन के प्रति बरती गई लापरवाही जैसे कि लंबे समय तक पैड का इस्तेमाल, टैंपोन लगा कर छोड़ देना आदि वेजाइना को संक्रमित कर सकते हैं। साथ-साथ इससे वेजाइनल डिसचार्ज का गंध भी बढ़ जाता है।
जानें डिसचार्ज के गंध को अवॉइड करने के टिप्स
1. इंफेक्शन के प्रति सचेत रहें
योनि डिस्चार्ज में स्मेल आने का एक सबसे बड़ा कारण वेजाइनल इंफेक्शन है। यदि वेजाइनल इंफेक्शन से खुद को प्रोटेक्ट किया जाए तो हेल्दी वेजाइनल डिस्चार्ज मेंटेन करना आसान हो जाता है। इसके लिए इंटिमेट हाइजीन का विशेष ध्यान रखें, साथ ही साथ इंफेक्शन की शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करने से बचें। यदि आप शुरुआती लक्षण नजरंदाज कर देती हैं, तो संक्रमण अधिक गंभीर हो जाता है। बैक्टीरियल वेजिनोसिस, यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन, ईस्ट इन्फेक्शन के साथ ही सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इनफेक्शन से खुद को प्रोटेक्ट करना जरूरी है।
2. सेफ सेक्स प्रैक्टिस
यौन गतिविधियों के दौरान कंडोम जैसे बैरियर मेथड का इस्तेमाल करना जरूरी है। इसके अलावा सेक्स करने से पहले और इसके बाद में अपने इंटिमेट एरिया को अच्छी तरह क्लीन करें, अन्यथा यह संक्रमण के खतरे को बढ़ा देता है। जिसकी वजह से डिस्चार्ज में गंध आना शुरू हो जाता है। वहीं गंदगी और पसीना भी डिस्चार्ज के गंध का कारण बन सकते हैं।
3. फेमिनिन हाइजीन प्रोडक्ट के इस्तेमाल को सीमित रखें
कई बार महिलाएं हाइजीन के चक्कर में इंटिमेट वॉश, वेजाइनल क्लीनिंग वॉटर और स्प्रे आदि का इस्तेमाल करती हैं। ये सभी प्रोडक्ट्स असल में महिलाओं की इंटिमेट हेल्थ के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकते हैं। इसलिए वेजाइना को क्लीन करने के लिए हमेशा माइल्ड साबुन को डाइल्यूट करके इस्तेमाल करें।
4. मेंस्ट्रूअल हाइजीन पर दें विशेष ध्यान
मेंस्ट्रूअल हाइजीन के दौरान इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट जैसे की पैड और मेंस्ट्रूअल कप आदि को उचित समय पर बदले। इतने लंबे समय तक लगाए रखने से वेजाइनल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, साथ ही वेजाइनल डिसचार्ज से गंध आना शुरू हो जाता है। इतना ही नहीं आपको पीरियड्स में अपनी वेजाइना को फ्राइक्वेंटली क्लीन करना चाहिए।
5. हार्मोनल संतुलन पर ध्यान दें
हार्मोंस को संतुलित रखने के लिए आपको अपनी नियमित गतिविधियों में सुधार करने की आवश्यकता होती है। शारीरिक रूप से सक्रिय रहें, और खानपान के प्रति सचेत रहें। वहीं यदि किसी प्रकार की शारीरिक समस्या तो समय रहते डॉक्टर से मिलकर सलाह ले, ताकि वह अधिक न बढ़े।
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