मुंबई48 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
दिवाली के खास मौके पर अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो लार्ज एंड मिड कैप अच्छा ऑप्शन हो सकता है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार, पिछले एक साल में लार्ज एंड मिड कैप ने 29.22% तक का रिटर्न दिया है।
यह रिटर्न 18 अक्टूबर 2024 तक का है। लंबे समय तक सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए निवेश करके आप इस फंड में आप अच्छा रिटर्न बना सकते हैं। आइए अब सबसे पहले लार्ज एंड मिड कैप म्यूचुअल फंड के बारे में जानते हैं।
लार्ज एंड मिड कैप म्यूचुअल फंड क्या होता है?
लार्ज एंड मिड कैप म्यूचुअल फंड ऐसे इक्विटी फंड होते हैं , जो देश की टॉप 200 कंपनियों में निवेश करते हैं। इसमें लार्ज और मिड कैपिटलाइजेशन वाली कंपनियां शामिल होती हैं। इस कैटेगरी के फंड में निवेश करने से प्योर लार्ज कैप फंड की तुलना में ज्यादा रिटर्न मिलता है।
लंबे समय में SIP के जरिए निवेश करने पर ज्यादा फायदा
अक्सर देखा जाता है कि इक्विटी फंड में निवेश लंबे समय में ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। इसकी वजह यह है इक्विटी फंड में लंबे समय तक SIP करने से शेयर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव का जोखिम कम हो जाता है। शेयर बाजार के निचले स्तर और ऊंचे स्तर का एक औसत रिटर्न बनता है और साथ ही कम्पाउंडिंग का फायदा भी मिलता है।
क्या SIP निवेश का सबसे अच्छा तरीका है?
शायद इसे निवेश का सबसे अच्छा तरीका कहना तो उचित नहीं होगा लेकिन यह नियमित आय वाले लोगों के लिए निवेश का अच्छा तरीका जरूर हो सकता है जैसे वेतनभोगी और कारोबारी जिनकी हर महीने एक निश्चित आय तय है। SIP से निवेश जेब पर भारी नहीं पड़ता और छोटी- छोटी राशि लगातार निवेश करने से लम्बे समय में एक अच्छी खासी रकम जुटाई जा सकती है।
बेंचमार्क क्या है?
बेंचमार्क आम तौर पर भारतीय शेयर बाजार के BSE सेंसेक्स और निफ्टी जैसे मार्केट सूचकांक होते हैं, जिसके साथ म्यूचुअल फंड के रिटर्न को कंपेयर किया जाता है।
इसको एक एग्जांपल से समझते हैं…
अगर आपके किसी खास म्यूचुअल फंड ने किसी खास समय के दौरान 59% का रिटर्न दिया है। वहीं, इस दौरान उसके बेंचमार्क ने 70% रिटर्न दिया है तो इससे यह पता चलता है कि उस फंड ने बेंचमार्क की तुलना में कम रिटर्न दिया है। बेंचमार्क की तुलना में जो म्यूचुअल फंड जितना ज्यादा रिटर्न देता है उसका परफॉर्मेंस उतना बेहतर माना जाता है।
मार्केट कैप क्या होता है?
मार्केट कैपिटलाइजेशन यानी मार्केट वैल्यू के हिसाब के देश की सभी कंपनियों को 3 कैटेगरी में बांटा गया है। इनमें जिन कंपनियों का मार्केट कैप 20 हजार करोड़ रुपए या इससे ज्यादा होता है, उन्हें लार्ज कैप कहा जाता है। इनकी वैल्यू 20 हजार करोड़ रुपए से कम, लेकिन 5 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा होती है, उन्हें मिड कैप कंपनी कहा जाता है।
जबकि स्मॉल कैप कंपनियां वैसी कंपनियां हैं जिनकी वैल्यूएशन 5 हजार करोड़ से कम होती है। आमतौर पर मार्केट कैप के लिहाज से टॉप 100 कंपनियां लार्ज कैप, 100-250 तक मिड कैप और इसके बाद की सभी कंपनियां स्मॉल कैप कंपनियां होती हैं।