Signs Of Fatty Liver Disease On Feet In Hindi: लिवर हमारे शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। यह बॉडी के कई तरह के फंक्शन को सुचारू ढंग से चलाने में मदद करता है। लिवर की मदद से बॉडी डिटॉक्स होती है, कई केमिकल्स का रेगुलेशन सही तरह से होता है और ग्लूकोड का प्रोडक्शन तथा उसे स्टोर करके ब्लड शुगर को बैलेंस करने में भी इसक अहम योगदान है। इसी से आपको समझ आ गया होगा कि अगर लिवर में किसी तरह की परेशानी हो जाती है, तो इसका हमारे ओवर ऑल हेल्थ पर क्या प्रभाव पड़ सकता है। लेकिन, देखने योग्य बात ये है कि मौजूदा जीवनशैली, शराब पीने की लत और कई अन्य वजहों से लिवर पर बहुत नेगेटिव इफेक्ट पड़ने लगता है। ऐसे में कई लोगों को फैटी लिवर डिजीज की समस्या हो जाती है। आमतौर पर फैटी लिवर होने की वजह से किसी तरह की लक्षण नजर नहीं आते हैं। एक्सपर्ट्स की मानें, तो फैटी लिवर डिजीज के कारण पैरों में कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं। आइए, जानते हैं इनके बारे में।
पैरों में सूजन होना
फैटी लिवर की प्रॉब्लम होने पर अक्सर मरीज के पैरों में सूजन आने लगती है। फैटी लिवर डिजीज का यह शुरुआती लक्षण होता है। दरअसल, फैटी लिवर डिजीज होने के कारण पैरों में खास किस्म के तरल पदार्थ जमने लगता है, जिसमें सूजन होने लगती है। यह काफी पेनफुल भी होता है। हालांकि, कई बार पैरों की नसों पर अतिरिक्त दबाव बनने के कारण भी पैरों में सूजन आ जाती है। वहीं, लिवर डिजीज सिरोसिस होने पर भी पैरों में तरल पदार्थ बनने लगता है, जो पैरों में सूजन का कारण बनता है।
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जोड़ों का दर्द बढ़ना
शायद आपको यह पता न हो कि अकेले पैरों में ही 30 से ज्यादा ज्वाइंट्स होते हैं। वहीं, अगर किसी को फैटी लिवर डिजीज होता है, तो उनके पैरों में तरल पदार्थ बनने लगता है, जिससे पैरों में दर्द और असहजता बढ़ जाती है। यही नहीं, इसका अतिरिक्त दबाव पैरों के जोड़ों पर भी पड़ता है। इससे व्यक्ति के लिए हिलना-डुलना भी मुश्किल हो जाता है।
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पैरों में खुजली होना
लिवर डिजीज होने पर खुजली होने जैसी समस्या अक्सर देखने को मिलती है। असल में, खुजली लिवर डिजीज का एक लक्षण होता है। जब कोलेस्टेटिक लिवर डिजीज होता है, तो इससे बाइल डक्ट ब्लॉक हो जाती है। बाइल डक्ट एक तरह की पतली ट्यूब होती हैं, जो लिवर से स्मॉल इंटेस्टाइन तक जाती हैं। जब लिवर प्रॉब्लम की वजह से बाइल डक्ट ब्लॉक हो जाती हैं, तो बॉडी में तरल पदार्थ बनने लगता है। ऐसे में उस प्रभावित हिस्से में खुजली और जलन जैसा महसूस होने लगता है। ऐसा खासकर, हाथ और पैरों में होता है।
पैरों का सुन्न होना
हेपेटाइटिस सी संक्रमण या फैटी लिवर डिजीज होने पर पैरों में सुन्नपन और झनझनाहट की शिकायत भी देखने को मिलती है। इस कंडीशन को हम पैरिस्थीसिया के नाम से जानते हैं। हालांकि, ऐसा बहुत कम मामलों में होता है। इसके बावजूद, अगर लिवर से जुड़ी कोई प्रॉब्लम चल रही है और रह-रह पैरों में सुन्नपन की शिकायत हो रही है। ऐसे में इसे हल्के में न लें और डॉक्टर से संपर्क करें।
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