Side Effects of Insulin Therapy: डायबिटीज की समस्या खानपान और जीवनशैली से जुड़ी गलत आदतों की वजह से होने वाली परेशानी है। इस बीमारी में शरीर इंसुलिन का ठीक ढंग से प्रोडक्शन नहीं कर पाता है। इंसुलिन थेरेपी डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए एक जरूरी ट्रीटमेंट है। इससे शरीर को ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। हालांकि, इंसुलिन लेने से कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं, इंसुलिन थेरेपी लेने के नुकसान और इससे बचने के उपाय के बारे में।
इंसुलिन थेरेपी के नुकसान
बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, “इंसुलिन थेरेपी के माध्यम से डायबिटीज में ब्लड शुगर और इंसुलिन प्रोडक्शन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इंसुलिन थेरेपी की वजह से कुछ मरीजों में साइड इफेक्ट्स का भी खतरा रहता है, इससे हाइपोग्लाइसेमिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं।”
इंसुलिन थेरेपी के कुछ नुकसान इस तरह से हैं-
हाइपोग्लाइसेमिया
यह इंसुलिन थेरेपी का सबसे आम साइड इफेक्ट है। हाइपोग्लाइसेमिया तब होता है जब रक्त शर्करा का स्तर बहुत कम हो जाता है। इसके लक्षणों ये हैं-
- चक्कर आना
- कंपन
- पसीना आना
- भूख लगना
- धुंधली दृष्टि
- चिड़चिड़ापन
- सिरदर्द
- बेहोशी
हाइपोग्लाइसेमिया से बचने के लिए, अपने ब्लड शुगर के स्तर की नियमित जांच करें, नियमित भोजन करें, और अपने इंसुलिन की खुराक का ध्यानपूर्वक पालन करें। यदि आपको हाइपोग्लाइसेमिया के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत कार्बोहाइड्रेट का सेवन करें, जैसे कि ग्लूकोज टैबलेट, फल का रस, या चीनी।
हाइपरग्लाइसेमिया
यदि आपका शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता है या आपका शरीर इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं करता है, तो हाइपरग्लाइसेमिया हो सकता है। इसके लक्षणों इस तरह से हैं-
- बार-बार पेशाब आना
- अत्यधिक प्यास
- थकान
- धुंधली दृष्टि
- भूख लगना
- वजन कम होना
हाइपरग्लाइसेमिया को रोकने के लिए, अपने इंसुलिन की खुराक का ध्यानपूर्वक पालन करें, स्वस्थ आहार खाएं, और नियमित व्यायाम करें। यदि आपको हाइपरग्लाइसेमिया के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
वजन बढ़ना
कुछ लोगों को इंसुलिन थेरेपी शुरू करने के बाद वजन बढ़ सकता है। यह इंसुलिन के प्रभाव के कारण हो सकता है, जो शरीर को अतिरिक्त कैलोरी को वसा के रूप में स्टोर करने के लिए प्रेरित करता है। वजन बढ़ने को रोकने के लिए, स्वस्थ आहार खाएं और नियमित व्यायाम करें।
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यदि आपको इंसुलिन थेरेपी के किसी भी साइड इफेक्ट का अनुभव होता है, तो अपने डॉक्टर से बात करें। डॉक्टर आपकी स्थिति की जांच करके इलाज की सलाह दे सकते हैं।
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