शीतला अष्टमी के दिन कुछ उपाय किए जाए, तो बहुत फायदा मिलता है। ऐसा माना जाता है कि इन उपायों को करने से बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
By Ekta Sharma
Publish Date: Sun, 31 Mar 2024 02:18 PM (IST)
Updated Date: Sun, 31 Mar 2024 02:18 PM (IST)
HighLights
- मां शीतला की पूजा और व्रत करने से रोगों से मुक्ति मिलती है।
- इसे शीतला अष्टमी और बसोड़ा अष्टमी के नाम से जाना जाता है।
- अष्टमी का त्योहार 2 अप्रैल को मनाया जाएगा।
धर्म डेस्क, इंदौर। Sheetala Ashtami Upay 2024: सनातन धर्म में शीतला अष्टमी का बहुत महत्व होता है। यह व्रत हर साल चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इसे शीतला अष्टमी और बसोड़ा अष्टमी के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन मां शीतला की पूजा और व्रत करने से रोगों से मुक्ति मिलती है। साथ ही लंबी उम्र का वरदान मिलता है। शीतला अष्टमी के दिन कुछ उपाय किए जाए, तो बहुत फायदा मिलता है। ऐसा माना जाता है कि इन उपायों को करने से बीमारियों से छुटकारा मिलता है। ऐसे में आइए, जानते हैं कि शीतला अष्टमी पर कौन-से उपाय करने चाहिए।
शीतला अष्टमी शुभ मुहूर्त
चैत्र माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 1 अप्रैल को रात 9.09 बजे शुरू होगी और अगले दिन 2 अप्रैल को रात 8.08 बजे समाप्त होगी। ऐसे में अष्टमी का त्योहार 2 अप्रैल को मनाया जाएगा।
शीतला अष्टमी उपाय
- नीम के पेड़ पर शीतला माता का वास माना जाता है। ऐसे में शीतला अष्टमी के मौके पर नीम के पेड़ पर जल चढ़ाएं और फिर सच्चे मन से पेड़ की सात बार परिक्रमा करें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से संतान के जीवन में आने वाली परेशानियां दूर हो जाती हैं।
- शीतला अष्टमी के दिन माता शीतला की विधि-विधान से पूजा करें और उन्हें श्रृंगार के सामान के साथ लाल फूल और लाल वस्त्र अर्पित करें। माना जाता है कि इससे घर में सुख-समृद्धि आती है।
- अगर आपके बच्चे की तबीयत बार-बार खराब हो रही है, तो शीतला अष्टमी के दिन पूजा के दौरान माता शीतला को हल्दी चढ़ाएं। पूजा समाप्त होने के बाद घर के सभी सदस्यों को हल्दी लगाएं। माना जाता है कि इस उपाय को करने से रोगों से मुक्ति मिलती है।
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