नई दिल्लीकुछ ही क्षण पहले
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रतन टाटा ने अपने देहांत से पहले उनके साथ दिखने वाले सहयोगी शांतनु नायडू का नाम अपने 10 हजार करोड़ रुपए के वसीयत में दिया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बिजनेस टाइकून ने नायडू के लिए गुड फेथ में अपनी कुछ हिस्सेदारी उनके नाम की है और विदेशों में उनकी शिक्षा का खर्चों को भी दिया है। शांतनु ने 2014 में टाटा ग्रुप जॉइन किया था।
10 हजार करोड़ रुपए की वसीयत के हिस्से के रूप में, रतन टाटा की संपत्तियों में अलीबाग में 2,000 स्क्वायर फुट का बंगला, मुंबई में जुहू तारा रोड पर 2 मंजिला मकान, 350 करोड़ रुपए से ज्यादा की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और 165 बिलियन डॉलर (करीब 13.94 लाख करोड़ रुपए) की टाटा ग्रुप में 0.83% हिस्सेदारी शामिल है।
शांतनु ने 2014 में जॉइन किया था टाटा ग्रुप
2014 में अमेरिका से मास्टर डिग्री पूरी करने के बाद शांतनु ने टाटा ग्रुप जॉइन किया था। अपने ऑफिस के काम के साथ-साथ वे सोशल वर्क भी करते थे, जिसने टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा को काफी प्रभावित किया। नायडू ने टाटा के सहयोग से 2022 बुजुर्गों के लिए ‘गुडफेलो’ नाम का सब्सक्रिप्शन बेस्ड कम्पेनियनशिप सर्विस शुरू की।