2000 के दशक में कई सुपरमॉडल स्टारडम की तलाश में बॉलीवुड में आ गए, जिनमें ऐश्वर्या राय बच्चन और सुष्मिता सेन जैसे मशहूर स्टार का नाम भी शामिल है। हालांकि, इसी दौरान एक अभिनेता ऐसा भी था जो 23 साल तक फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा रहने के बावजूद वो सफलता हासिल नहीं कर सका, जिसकी उन्हें चाहत थी। यह अभिनेता कोई और नहीं बल्कि अर्जुन रामपाल हैं, जिन्होंने एक मॉडल के रूप में अपनी जर्नी शुरू की नेम फेम के लिए बॉलीवुड में कदम रखा और कई दिग्गज सितारों के साथ काम किया। अभिनेता ने कई हिट फिल्में दीं, लेकिन एक समय ऐसा भी आया जब वह अपना किराया भी नहीं दे पा रहे थे।
सुपरस्टार की फ्लॉप हुईं 14 फिल्में
अर्जुन ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 2001 की फिल्म ‘प्यार इश्क और मोहब्बत’ से की थी, जिसमें उन्होंने सुनील शेट्टी, आफताब शिवदासानी और कीर्ति रेड्डी के साथ काम किया था। एक पार्टी में जब उनकी मुलाकात डिजाइनर रोहित बल से हुई तो उन्होंने एक्टर को मॉडलिंग करने की सलाह दी और मौका भी दिया। रामपाल की पहली फिल्म भले ही फ्लॉप रही हो, लेकिन 2002 में उन्हें अपनी फिल्म ‘आंखें’ से करियर में एक अलग मुकाम मिला जो सुपरहिट रही। अपने 23 साल के करियर में रामपाल ने 40 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। हालांकि, एक समय ऐसा भी आया जब उन्हें लगातार 14 फ्लॉप फिल्में दी।
कंगाल हो गया था एक्टर
अर्जुन ने एक बार बताया था कि उनके जीवन में एक ऐसा दौर भी आया जब उन्हें किराया चुकाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। उस दौरान, उनके मकान मालिक ने उनके लिए वरदान साबित हुए। उन्होंने बताया कि कैसे वे अंधेरी के सेवन बंगलो में रहते थे और हर महीने, उनके मकान मालिक सरदार जी, पहले दिन आते थे, लेकिन जब उन्हें ये पता चला की रामपाल के पास किराया चुकाने के लिए पैसे नहीं हैं तो उन्होंने कहा, ‘कोई बात नहीं, आप मुझे आराम से पैसे चुका देना।’
शाहरुख खान की फिल्मों से चमकी एक्टर की किस्मत
अर्जुन रामपाल को फिल्म इंडस्ट्री में सफलता पाने के लिए लंबे समय तक संघर्ष करना पड़ा, जब तक कि शाहरुख खान की ‘डॉन’ उन्हें नहीं मिल गई। 2006 की फिल्म ‘डॉन’ में उनकी सहायक भूमिका ने उन्हें शानदार सफलता दिलाई। उसके बाद रामपाल को ‘ओम शांति ओम’ में एक खलनायक की भूमिका में देखा गया, जिसने उनकी किस्मत बदल दी। हालांकि, ‘रॉक ऑन’ (2008) में उनका प्रदर्शन उनके बेहतरीन प्रदर्शनों में से एक माना जाता है। फिल्म में उनके अभिनय के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला और फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।