रसोइया वेलफेयर एसोसिएशन का डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन आज 31 जुलाई 2025 को बरेली में रसोइया वेलफेयर एसोसिएशन ने जिला अधिकारी कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन स्कूलों के मर्जर (विलय) के सरकारी फैसले के विरोध में किया गया था। एसोसिएशन का कहना है कि स्कूलों को मर्ज करने से न सिर्फ छात्रों को परेशानी होगी, बल्कि इससे रसोइयों के रोजगार पर भी सीधा असर पड़ेगा। उन्होंने सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की। #BareillyNews #SchoolMerger #Protest
डीएम को सौंपा ज्ञापन, बताईं अपनी आपत्तियां प्रदर्शन के बाद रसोइया वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने विस्तार से बताया कि कैसे स्कूलों का विलय ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित करेगा। उनका तर्क था कि कई छोटे स्कूलों को मिलाकर एक बड़ा स्कूल बनाने से बच्चों को लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी, खासकर छोटे बच्चों और लड़कियों के लिए यह एक बड़ी समस्या होगी। इसके साथ ही, उन्होंने अपनी नौकरियों के भविष्य पर मंडरा रहे खतरे को लेकर भी चिंता व्यक्त की। उनका कहना है कि कम स्कूलों का मतलब कम रसोइयों की जरूरत होगी, जिससे कई रसोइयों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ सकती है। #RasoiaProtest #EducationCrisis #JobSecurity
सरकार से फैसले पर पुनर्विचार की अपील एसोसिएशन ने सरकार से अपील की है कि वह इस फैसले को तुरंत वापस ले। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे भविष्य में और बड़े स्तर पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने जोर दिया कि ग्रामीण शिक्षा और रसोइयों के अधिकारों की रक्षा के लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि सरकार इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करे। #GovernmentPolicy #RuralEducation #WorkersRights