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मुंबई: संजय लीला भंसाली इन दिनों वेब सीरीज ‘हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ को लेकर चर्चा में है। इसी बीच उन्होंने एक इंटरव्यू में अपने क्रिएटिव एंजेल के बारे में बात की। साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे उनके पिता नवीन भंसाली उन्हें 18 बार मुगल-ए-आजम फिल्म दिखाई।
भंसाली ने अपने पिता को बताया क्रिएटिव एंजेल
संजय लीला भंसाली ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब मैं छह साल का था तब मेरे पिता नवीन भंसाली पहली बार मुझे एक फिल्म के सेट पर ले गए थे। सच बता रहा हूं मैं उस वक्त सिर्फ और सिर्फ वहीं रहना चाहता था। मुझे न तो क्रिकेट खेलने का मन होता था और न ही स्कूल जाने का। मैं शायद तब से ही सिनेमा से जुड़ गया था। मेरे पिता ने मुझे 18 बार मुगल-ए-आजम न दिखाई होती, तो मैं बाजीराव मस्तानी नहीं बना सकता था। इसलिए में अपने पिता को क्रिएटिव एंजेल कहता हूं।
शाहरुख-सलमान के बारे में की बात
संजय लीला भंसाली ने शाहरुख-सलमान के साथ काम करने के अनुभवों के बारे में भी बात की। भंसाली ने बताया कि दोनों बहुत ही फनी, चालाक और तेज हैं। उन दोनों की हर एक लाइन में ह्यूमर होता है। वो आपको हर पल हंसाने का हुनर रखते हैं। ऐसे ह्यूमर के लिए इंटेलिजेंस चाहिए होता है और वो उन दोनों में ही बहुत है।
सलमान को बताया अच्छा दोस्त
भंसाली ने आगे कहा कि सलमान ने उनका हमेशा साथ दिया है। वो एकलौते ऐसे एक्टर हैं, जो आज भी उनके दोस्त हैं। हर तीन महीने में सलमान का कॉल जरूर आ जाता है। या फिर पांच महीने में भी, लेकिन वो इसलिए आता है, क्योंकि उन्हें मेरी फिल्मों की नहीं मेरी परवाह है। वो मेरी परवाह करते हैं। वो बोलते हैं ब्रो आपने मेरे साथ कई फिल्में की हैं उसकी परवाह नहीं है। आप ठीक हो? बस यही जानना है मुझे।
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